बन्दना शर्मा, ब्यूरोचीफ, बिहार.
देश और दुनिया में बढ़ती जा रही महामारी कोरोना पर नियंत्रण करने के लिए सबसे प्राथमिक चुनौती है- इसकी जांच। कोरोना वायरस की जांच के लिए दुनियाभर में तमाम तरह के दावे किये जा रहे हैं। तमाम तरह के जांच किट बनाए और विकसित किए जा चुके हैं। कम समय और कम खर्च में कोरोना जांच करना शुरुआत से ही चुनौती बना हुआ है। इसी चुनौती को बिहार के भागलपुर स्थित ट्रिपल आईटी यानी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने पार कर लिया है।
ट्रिपल आईटी के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस की जांच के लिए नई तकनीक विकसित की है, जिसके जरिए दो से चार सेकेंड में रिपोर्ट बता दी जाएगी। कोरोना के साथ ही यह तकनीक टीबी और निमोनिया की भी रिपोर्ट देगी। इस सॉफ्टवेयर रिसर्च टीम के एम मेंबर है केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत ।