लखनऊ। मिशन शक्ति कार्यक्रम में आज विद्यांत कालेज में आयोजित बेबीनार के मुख्य वक्ता डॉ ध्रुव कुमार त्रिपाठी (एशोसिएट प्रोफेसर, समाजशास्त्र) ने कहा कि प्राचाीन काल में महिलाओं की स्थिती सुदृण रही हैं। चन्द्रगुप्त मौर्य के राज्य में महिला रक्षकों की भूमिका महिलायें निभाती थी। चाणक्य ने अर्थशास्त्र में महिला अगंरक्षको का वर्णन किया हैं। प्राचीन काल में महिलायें यज्ञोंपवित धारण करती थी। वेदों का मंत्र उचारण, युद्ध कौशल में पारंगत, सम्पत्ति समान हिस्सेदारी सहित यज्ञ मे आहूती देने का कार्य करती थी। स्त्री का मान सम्मान, स्वाभिमान प्रबल था। लेकिन वो कौन से कारण हैं कि जिसके फल स्वरूप आज नारी शक्ति के सम्मान स्वाभिमान पर विमर्श की आवश्कयता पड़ी। दलगत राजनिती से ऊपर उठ कर नारी सम्मान में किया गया ये पहल सराहनीय हैं। स्वागत योग्य हैं। आज संचार के इस युग में साईबर क्राईम के हमलों ने समाज के सामने नई चुनौती पैदा कर दी हैं। जितना समाज विकसीत हो रहा हैं। सभ्यता और संस्कार गर्त में जा रहे हैं। जिसका समाधान हमें ही खोजना होगा।

इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. धर्म कौर सहित प्रो. बीजेन्द्र पाण्डे, डॉ अमित वर्धन, डॉ आलोक भारद्वाज, डॉ राजीव शुक्ला, डॉ उषा जी, मीडिया प्रमुख डॉ दिलीप अग्नीहोत्री, डॉ आर के मिश्रा, के साथ साथ विद्यालय के छात्र छात्रा भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम का संचालन महाविद्याल के फीजिकल एजुकेशन के विभागाध्याक्ष डॉ रमेश कुमार यादव ने किया और धन्यवाद ज्ञापन इतिहास विभाग एंव एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी डॉ बृजभूषण जी ने किया।

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