सलिल पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार, मिर्जापुर.
- 5 अरब की योजनाओं की मिलेगी सौगात मण्डल को
- अचानक कार्यक्रम के निकाले जा रहे निहितार्थ
मिर्जापुर, 24/6. अनिश्चितताओं भरी राजनीति में कभी दूर कभी पास की स्थितियां बनती-बिगड़ती रहती हैं। मंगलवार, 22 जून को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के घर पर जाकर मध्याह्न भोजन का कार्यक्रम केशव प्रसाद मौर्य के अपराह्न होते वक्त को प्रातःकालीन बना गया और उन्होंने आदिशक्ति पीठाधीश्वरी के प्रति आभार व्यक्त करने का मन उसी क्षण संभवतः बना लिया क्योंकि 22 जून के अपराह्न से प्रशासनिक भगदौड़ श्री मौर्य के 24 जून कार्यक्रम की तैयारी में होने लगी । वर्षा के कारण पुलिस लाइन और GIC फील्ड के मिनी गंगा-सागर को चमकाने-दमकाने का काम शुरू हो गया।
एकीकरण का सन्देश
लंबे दिनों से सुर्खियों में यही रहता रहा कि मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्री दोनों समानांतर रेखा हैं लेकिन नौकरी को बॉय-बॉय करके आए एक नौकरशाह के दोनों रेखाओं को छोटी करने के फार्मूले का हल मंगलवार को RSS के वरिष्ठ पुरोहितों (पदाधिकारियों) के स्वस्ति-वाचनमंत्र (आपसी मन्त्रणा) से राजधानी में निकला और उसकी प्रथम गूंज विंध्याचल मण्डल में सुनाई पड़ने लगी। अनुमान है कि महराज-संस्कार के मुख्यमंत्री के पहलीबार श्री मौर्य के आवास पर जाने की खुशी में मां विन्ध्यवासिनी धाम में शानदार कार्यक्रम की तैयारियाँ शुरू हो गईं, वरना सुर्खियों में श्री मौर्य के उस इंटरव्यू का खूब उल्लेख होता रहता था जिसमें श्री मौर्य ने 2022 के विधानसभा चुनाव का चेहरा योगी आदित्यनाथ को कहने के बजाय केंद्र पर छोड़ दिया था।
धर्मक्षेत्र मुख्यमंत्री का इलाका
संत-महात्मा परंपरा के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह धर्मक्षेत्र विन्ध्याचल मण्डल अन्य धर्मक्षेत्रों काशी, प्रयाग, अयोध्या की तरह लगाव वाला क्षेत्र माना जाता है। गोरखपुर के तो वे महराज ही हैं। ऐसी स्थिति में 24 जून को उपमुख्यमंत्री श्री मौर्य द्वारा 5 अरब से अधिक लगभग एक हजार किमी सड़क परियोजनाओं के शानदार शिलान्यास/लोकार्पण की तत्क्षण तैयारी के भी कुछ न कुछ मायने जरूर हैं।
‘केशव’ का विकास का रथ मण्डल में
मण्डल के तीनों जनपदों में शिलान्यास और लोकार्पण के कुल 515 शिलापट्टों पर ‘केशव’ ही ‘केशव’ अंकित दिखाई पड़ेंगे । इसमें 16 लोकार्पण होंगे जिसपर 1 अरब 41 करोड़ व्यय हुआ है और इससे 87 किमी सड़कें बनी हैं। इसी प्रकार शिलान्यास में 3 अरब 71 करोड़ व्यय होंगे । इसमें 499 कार्य होंगे तथा 898 किमी सड़कें आवागमन के लिए सुगम होंगी। उक्त कार्यों में मण्डल मुख्यालय नम्बर एक पर है जिसमें 242 शिलान्यास, व्यय 139 करोड़ 43 लाख 79 हजार है 401.5 किमी सड़कें बनेंगी जबकि लोकार्पण के लिए 15 कार्य हैं जिसपर 116 करोड़ 66 लाख 61 हजार व्यय कर 86.71 किमी सड़क तैयार हुई है। उक्त कार्य PWD के तहत हुआ है जबकि सेतु निगम के तहत हुए शिलान्यास के 1 कार्य पर 60 करोड़ 96 लाख 18 हजार का प्राविधान किया गया है वहीं लोकार्पण पर 23 करोड़ 85 लाख 36 हजार का कार्य हुआ है।
भदोही और सोनभद्र में लोकार्पण कोई नहीं है जबकि शिलान्यास में भदोही में 101 कार्य 15 करोड़ 62 लाख 51 हजार व्यय कर कुल 118.57 किमी नई सड़कें बनेंगी जबकि सोनभद्र में 155 कार्यों पर 154 करोड़ 89 लाख व्यय होगा और इससे 377.58 किमी सड़क बनेगी।