डॉ दिलीप अग्निहोत्री
नरेंद्र मोदी सरकार ने डॉ आंबेडकर से संबंधित स्थानों पर सबसे पहले ध्यान दिया था। इन सभी को गरिमा के अनुकूल बनाया गया। इसके अलावा उनकी सरकार दलितों व वंचितों को लाभान्वित करने वाली योजनाएं संचालित कर रही है।
विचितों को सीधा लाभ
केंद्र व उत्तर प्रदेश में चल रही इन योजनाओं में कोई बिचौलिया नहीं है। वंचितों को योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महापरिनिर्वाण दिवस पर महान डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर को याद किया। कहा कि उनके विचार और आदर्श लाखों लोगों को शक्ति प्रदान करते हैं। हमारे राष्ट्र के लिए उन्होंने जो सपने देखे थे, हम उन्हें पूरा करने के लिए कटिबद्ध हैं।
स्मारकों को मिली भव्यता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले कार्यकाल में ही।डॉ आंबेडकर से संबंधित स्मारकों को भव्य रूप में प्रतिष्ठित किया था। इसके पहले राजनीति तो खूब हुई,लेकिन इनकी तरफ उचित ध्यान नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज इन तथ्यों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंबेडकर के जन्म स्थल महू छावनी, शिक्षा स्थल किंग्स हेनरी रोड लंदन,दीक्षा स्थल नागपुर,महानिर्वाण स्थल 26 अलीपुर रोड दिल्ली तथा अंत्येष्ठि स्थल चैत्य भूमि मुम्बई को भव्य स्मारकों में बदलकर बाबा साहेब आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि दी है।
दलित समाज को आवास
प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बेघर दलितों को भी आवास देने की योजना पर लगातार कार्य चल रहा है।
वंचित वर्ग हेतु कल्याणकारी योजनाएं
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अनुसूचित जाति और जनजाति के परिवार वालों को जबतक घर न मिल जाए,किसी भी प्रकार की जमीन से हटाया नहीं जाएगा। वन टांगिया गांवों को राजस्व ग्राम घोषित किया गया है। उन्हें सभी सुविधाएं मिल रही हैं। सरकार हाशिए के समाज को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मजबूती के साथ काम कर रही है।
अनुसूचित जाति के लोग ग्राम समाज की जमीन पर एक लंबे समय से रह रहे हैं। उन्हें विस्थापित नहीं किया जाएगा। उनके विनियमितीकरण की कार्रवाई की जाएगी। तालाब और चारागाह की जमीन पर बसे लोगों के विस्थापन की दशा में वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर योजना के मध्य में दलित और वंचित होता है। केंद्र और प्रदेश की जो भी योजनाएं हैं,उनके केंद्र में बाबा साहेब आंबेडकर का दलित और वंचित समाज है। आवास, शौचालय योजना, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत आदि योजनाओं के सबसे अधिक लाभार्थी वंचित समाज के ही लोग हैं।