डॉ दिलीप अग्निहोत्री
हर घर नल से जल का अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया था। इसके साथ भूजल का संरक्षण व संवर्धन की कार्य योजना पर अमल चल रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार भी इन दोनों अभियान को मूर्त रूप दे रही है। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी से बुन्देलखण्ड के लिए हर घर नल से जल योजना का शिलान्यास किया था। अगले दो वर्ष में बुन्देलखण्ड के हर घर में नल से जल का सपना पूरा हो जाएगा। इसी के साथ प्रदेश सरकार भूजल का स्तर ऊपर लाने का अभियान भी चला रही है। पिछले तीन वर्षाें में भूजल से संबंधित अनेक कारगर कदम उठाये गए। इसके अंतर्गत तालाबों का निर्माण व जीर्णाेद्धार चेकडैम का निर्माण, सिंचाई में कम जल की खपत वाली विधियों जैसे ड्रिप व स्प्रिंक्लर प्रणाली को प्रोत्साहित करने का कार्य किया गया है।
प्रदेश में रिवर बेसिन को चिन्हित करते हुए भूजल गुणवत्ता का परीक्षण कराया जाएगा। इसके बाद प्रदेश के समस्त रिवर बेसिन की गुणवत्ता आकलन किया जा सकेगा। भवनों में रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सभी सरकारी भवनों पर रूफटाॅप रेनवाॅटर हार्वेस्टिंग को अनिवार्य किया गया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले तीन चार दशकों बेहिसाब भूजल दोहन किया गया। इससे भूजल का स्तर कम होता गया। इसके प्रति जागरूकता के लिए भूजल सप्ताह का आयोजन किया गया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जल प्रकृति की अमूल्य सम्पदा है। इस अमूल्य उपहार का संरक्षण भी अपरिहार्य है।