दिल्ली। आज हम आपको ऐसा सच बताने जा रहे हैं जिससे जानकर आप के होश उड़ जायेगें। बताया जा रहा हैं कि कोरोना वायरस चीन से निकल कर कई देशों होते हुए हमारे देश में आया हैं। अब प्रश्न ये हैं कि विदेशों से हमारे देश में कैसे आया। तो हम आपको बता दे कि विदेश से आने वाले लोगों के जरिये ही कोरोना ने हमारे देश में घुसपैठ की। अब हम आपको बता दे कि कोरोना वायरस के बारे में दुनिया को दिसम्बर से ही जानकारी मिलनी शुरू हो गई थी… लेकिन सभी देशों ने कोरोना वायरस को लेकर गम्भीरता कम दिखाई जिसका नतीजा आज पूरे विश्व झेल रहा हैं। हमारे देश भारत में भी कोरोना को लेकर जनवरी से मार्च तक गम्भीरत में कमी दिखाई दी…. जिसकी वजह से आज हम सब मुसिबत में हैं। अब हम आपको एक ऐसे आकड़ें से रूबरू कराने जा रहे हैं। जो कि सरकार की कोरोना के प्रति लापरवाही का बहुत बड़ा सबूत हैं। आईटीआई एक्टविस्ट साकेत गोखले के आईआरटीआई ये बताने के लिये काफी हैं कि सरकार ने किस तरह कोरोना को निमत्रंण दिया…..
यात्री स्क्रीनिंग का कड़वा सच
आईटीआई एक्टविस्ट साकेत गोखले के आऱटीआई के 11 मई को स्वास्थ्य विभाग भारत सरकार की तरफ से आये जवाब ने बहुत कुछ दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया हैं। इस आईटीआई का कापी टोटल समाचार के पास हैं। इस आरटीआई के जवाब में साफ साफ लिखा हैं कि 15 जनवरी 2020 से 23 मार्च 2020 तक देश भर के सभी अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर 15,24,266 लोगों की स्क्रीनिंग की गई हैं। जब कि डीजीसीए के आंक़ाड़ों के मुताबिक इस दौरान हमारे देश में विदेशों से आने वाले की संख्या लगभग 74.4 लाख लोगों हैं। यानि की महज 19 प्रतिशत इन्टनेशल यात्रियों की ही स्क्रीनिगं की गई।
सरकार की लापरवाही
आईटीआई से एक बात तो साफ हो गई कि सरकार ने कोरोना जैसी महामारी को लेकर सरकार ने लापरवाही बरती हैं। जब सरकार को इस बात की पूरी जानकारी थी कि पूरे विश्व में कोरोना वायरस धीरे धीरे अपना पैर पसारता जा रहा है। तो ऐसे में सरकार ने इतनी बड़ी लापरवाही कैसे बरती….
पूछता हैं हिन्दूस्तान
इस खुलासे के बाद से सरकार पर सवाल उठना लाजमी है…
- सरकार को जब मालूम था कि कोरोना पूरे विश्व में धीरे धीरे अपना पैर पसार रहा हैं तो आखिर इतनी बडी लापरवाही क्यों..
- आखिर विदेशों से आने वाले सभी विदेशी नागरिकों औऱ एनआरआई की स्क्रीनिगं क्यों नही की गई…
- आखिर क्यो 78.4 लाख यात्रीयों में से केवल 15,24,266 यात्रीयों की स्क्रीनिग की गई…..
ये तमाम सवाल है जो हिन्दुस्तान सरकार से पूछ रहा हैं और सरकार को इसका जवाब भी जरूर देना होगा….