जम्मु कश्मीर। जम्मू कश्मीर में अभी भी आन्तकवादी अपने आदतों से बाज नही आ रहे है। गुरूवार को भी जम्मू कश्मीर का पुलवामा एक बार फिर आन्तकीयों के निशाने पर था। लेकिन सुरक्षा बलों के मुस्तैदी की वजह से आन्तकीयों के मंसूबे पर पानी फिर गया। सुरक्षा एजेन्सीयों को गुरूवार को पता चला कि पुलवामा में एक गाड़ी में भारी मात्रा में IED रखा हुआ हैं। जैसे ही इस बात की खबर सुरक्षा बलों को लगी वैसे ही सुरक्षा बन तुरंत हरकत में आ गये और उस गाड़ी क जल्द ही ट्रैस कर लिया गया। जिसे सुरक्षा बलों ने एक सुनसान जगह पर ले जा कर डिस्यूज कर दिया। आईये हम आपको IED के डिस्यूज होने का वीडियों दिखाते हैं.
आपने देखा ये वीडियो किस तरह से हमारे सुरक्षा बलों की वजह से एक बड़ा हादसा टाला जा सका। गौरतलब है कि गुरुवार को पुलवामा जिले में रजपुरा रोड के पास एक सैंट्रो कार को जब्त किया गया, जिसमें करीब 40 किलो तक विस्फोटक था. गुरुवार सुबह इसी जगह पर बम स्क्वायड को बुलाकर IED को डिफ्यूज़ किया गया, जब डिफ्यूज़ किया गया तो कार में बम फटा और उसका धुआं 50 फीट तक ऊपर उछला. इस दौरान आसपास के इलाके को खाली करवा दिया गया था.
इस पूरे मामले पर जम्मू कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने बताया कि आन्तकियों को निशाने पर एक बार फिर से सुरक्षा एजेन्सीयां थी। उन्होने बताया कि पिछले एक हफ्ते से हमको इनपुट मिल रहे थे कि जैश ए मुहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन मिलकर एक बार फिर पुलवामा जैसे हमले को अंजाम दे सकते हैं। जिसके बाद से सभी सुरक्षा एजेन्सीयां लगातर ट्रैकिंग कर रही थी।
बुधवार की शाम को पुलिस ने सेना, CRPF की मदद से इसका पीछा किया. हमने नाके पर वॉर्निंग फायरिंग की। लेकिन आतंकीयों ने गाड़ी नहीं रोकी. आई जी विजय कुमार के मुताबिक, अगले नाके पर भी हमने फायरिंग की लेकिन क्योंकि वहां पर अंधेरा था, तो इसलिए आन्तकी वहां से भाग निकले. इसके बाद हमने गाड़ी को जब्त किया और उसकी चेकिंग की, जिसमें भारी मात्रा में IED मिली थी. हमारी टीम ने IED को चेक किया और उसे डिफ्यूज़ किया. इसके पीछे एक बड़े हमले की साजिश थी, जिसे नाकाम किया गया।
विजय कुमार ने बताया कि ये लोग पिछले काफी दिनों से इस साजिश में लगे थे, लेकिन पहले ये नहीं कर पाए. इसलिए अब ट्राइ कर रहे थे, लेकिन हमने इन्हें नाकाम किया. उन्होंने कहा कि ये लोग किसी भी पुलिस या सुरक्षाबलों की टीम को टारगेट कर सकते थे. गाड़ी में करीब 40-45 किलो. तक विस्फोटक था, जिसे डिफ्यूज किया गया.
आपको बता दें कि पिछले साल भी पुलवामा में इसी तरह का आतंकी हमला हुआ था, तब भी एक आतंकी गाड़ी में विस्फोटक लेकर सुरक्षाबलों के काफिले में जा घुसा था. तब उस आतंकी हमले में CRPF के करीब 45 जवान शहीद हो गए थे.