डॉ दिलीप अग्निहोत्री
भारतीय संविधान में संसदीय व्यवस्था को अपनाया गया है। इसके अनुसार प्रदेश में राज्यपाल संवैधानिक प्रमुख होते है। संविधान में राज्यपाल को विधानमंडल का अंग बताया गया है। इनके हस्ताक्षर के बाद ही सदन से पारित विधेयक कानून का रूप लेता है। इसके अतिरिक्त भी इन संवैधानिक प्रमुखों के अनेक विधायी अधिकार होते है। नवगठित लोकप्रिय सदन के प्रथम और बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होती है।
संसदीय प्रावधान के अनुसार निर्वाचित सरकार राज्यपाल की होती है। इसलिए उनके अभिभाषण में सरकार के कार्यों का सकारात्मक उल्लेख होता है। इस संवैधानिक मर्यादा का सम्मान होना चाहिए। इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव लाया जाता है। इसमें विपक्ष के पास उनके भाषण की आलोचना का पूरा अवसर रहता है। सार्थक आलोचना तभी संभव है जब अभिभाषण को धैर्य से सुना जाए। संसद में इस मर्यादा का निर्वाह होता है। लेकिन अनेक राज्यों के विधानसभाओं में अभिभाषण पर हंगामें की परंपरा बन गई है। उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट सत्र राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल के अभिभाषण से हुआ। उनका अभिभाषण तथ्यों पर आधारित था।
श्री राम मंदिर निर्माण
पिछले दिनों जन्मभूमि पर श्री राम मंदिर निर्माण कार्य का शुभारंभ हुआ। पांच सदियों से चली आ रही समस्या का शांति व सौहार्द के साथ समाधान ऐतिहासिक उपलब्धि है। आनन्दी बेन ने इसका उचित उल्लेख किया। उन्होंने राम मंदिर शिलान्यास के लिए न्यायपालिका और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साधु संतों की उपस्थिति में अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का शिलान्यास किया है। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री और देश की न्यायपालिका की आभारी व्यक्त किया।इसके अलावा अयोध्या में तीन दिवसीय और वाराणसी में देवदीपावली कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
आपदा प्रबंधन
कोरोना आपदा प्रबंधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुई है। राज्यपाल ने भी इसका उल्लेख किया। कहा कि कोरोना काल में सरकार ने अच्छा काम किया। इसको लेकर देश भर में प्रदेश सरकार की प्रशंसा की गई है। यहां हर जिले में आईसीयू की स्थापना हुई। स्वास्थ्य सेवा छब्बीस लाख रोगियों का इलाज किया गया। यूनानी और आर्युवेदिक चिकित्सा के लिए कई काम किए गए हैं।
निरन्तर विकास
राज्य सरकार सबका साथ सबका विकास के तहत काम कर रही है। अवस्थापना और औद्योगिक विकास के क्षेत्र में हमारी सरकार ने बडी सफलता हासिल की है। राज्यपाल ने प्रदेश में बन रहे अनेक एक्सप्रेस वेज का उल्लेख किया। इसके अलावा डिफेंस कोरीडोर की सराहना की। उन्होंने जेवर अन्र्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा एवं कुशीनगर हवाई अड्डे को सरकार की बड़ी सफलता बताते हुए रोजगार के क्षेत्र में यह प्रदेश आगे बढ़ रहा हैं। सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों के कारण सत्ताईस लाख रोजगारों का सृजन किया गया है। जिसके कारण प्रदेश आत्मनिर्भर हो रहा है। प्रदेश सरकार की पारदर्शी नीति के कारण निर्यात के क्षेत्र में भी बड़ी सफलता मिली है। उर्जा के क्षेत्र में पारेशण की व्यवस्था को बेहतरीन बनाया गया है। जिसके कारण गांवों तक बिजली पहुंची है। सौर उर्जा नीति के कारण सौर उर्जा में भी प्रदेश सरकार ने उत्पादन बढाने का काम किया है। तक एक हजार करोड की सम्पत्ति ध्वस्तीकरण तथा भूमफियाओं से अवैध जमीन वापस ली गयी है।
किसान कल्याण कार्य
राज्यपाल ने कहा कि केन्द्र सरकार की किसानों के लिए बनाई गई नीतियों के तहत अब तक दो सौ चालीस लाख किसानों को सत्ताईस हजार करोड़ से अधिक की धनराशि उनके खातों में हस्तानितरित की गयी है। किसानों के लिए मण्डीशुल्क खत्म होने से बड़ी राहत मिलीहै। प्रदेश में गेहूं की खरीद की गयी है। उन्होंने कहा कि कोविड काल के दौरान भी कोई चीनी मिल बंद नहीं की गयी। न तो कोई कोरोना से पीड़ित हुआ। आनन्दी बेन पटेल ने कहा कि गोवंश के क्षेत्र में प्रदेश सरकार का बड़ा योगदान रहा है। पांच लाख से अधिक गोवंशों का संरक्षण किया गया है।
सुविधाओं की उपलब्धता
उन्होंने कहा कि गंगा की निर्मलता के लिए सरकार प्रतिबंध है। इसके जल जीवन मिशन योजना के तहत तीस हजार गांवो को पेयजल योजनाओं से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। गंगा की निर्मलता के लिए मेरी सरकार प्रतिबंध है। जिसके तहत चवालीस योजनाएं संचालित हैं। उन्होंने प्रयागराज और वाराणसी की मेट्रों योजना की डीपीआर स्वीकृति हो चुकी है। इसके अलावा दस स्मार्ट शहरों के चयन के बाद उन पर काम षुरू हो गया है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत चालीस हजार आवासों का निर्माण किया जा रहा है।