डॉ दिलीप अग्निहोत्री
पिछले दिनों भारतीय किसान यूनियन के नेता व अन्य किसान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले। उनसे वार्ता के दौरान योगी ने जो कहा वह वस्तुतः प्रदेश के सभी किसानों के लिए सन्देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी किसानों की आय को दोगुनी करने के लिए कृतसंकल्पित हैं। प्रदेश सरकार उनके संकल्प को साकार करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री ने ही फसलों के समर्थन मूल्य में ऐतिहासिक और अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी करते हुए किसानों को पारदर्शी प्रक्रिया से उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाया। एमएसपी के आधार पर सरकार द्वारा फसलों की खरीद आगे भी जारी रहेगी। नए कृषि कानून किसानों के हितों का संरक्षण सुनिश्चित करेंगे। इनके सम्बन्ध में कतिपय राजनीतिक तत्वों द्वारा किया जा रहा दुष्प्रचार बेबुनियाद है। मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत खरीद जारी रहेगी। इसमें किसी को भी किसी भी प्रकार का कोई संशय नहीं होना चाहिए।
प्रदेश में खरीफ फसल खरीद इसी एक अक्टूबर से प्रारम्भ हो जाएगी। इसके लिए तीन हजार क्रय केन्द्र स्थापित किये जाएंगे। धान खरीद की सभी तैयारियां समय से सुनिश्चित करने तथा आवश्यकतानुसार अतिरिक्त क्रय केन्द्रों की स्थापना की कार्यवाही के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आगामी पन्द्रह अक्टूबर से गन्ने का पेराई सत्र शुरू हो जाएगा। प्रदेश के मध्य क्षेत्र और शेष हिस्सों में पेराई की शुरुआत पच्चीस अक्टूबर से होगी। समय से पेराई सत्र के प्रारम्भ होने से किसान गेहूं की समय से बोआई करते हुए फसल की भरपूर उपज ले सकेंगे। लाॅकडाउन की अवधि में प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार सभी एक सौ उन्नीस चीनी मिलों को राज्य में संचालित कराया गया। इस दौरान इन चीनी मिलों ने रिकाॅर्ड मात्रा में सैनिटाइजर का उत्पादन कर कोरोना के खिलाफ जंग में अपना महत्वपूर्ण योगदान भी दिया।