प्रिय उत्तर प्रदेशवासियों,
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में मेरे कार्यकाल की समाप्ति पर 29 जुलाई को दो वर्ष पूर्ण होंगे. दो वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में बिदाई समारोह भी आयोजित हुआ था. स्वाभाविक रूप से आज आप सब की विशेष याद आ रही है इसलिए इस पत्रद्वारा आप सभी उत्तर प्रदेशवासियों को शुभकामना दे रहा हूँ.
मैंने राज्यपाल पद की शपथ ग्रहण की थी तब सिर्फ एक जिम्मेदारी का अहसास था और उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बना देखने की आकांक्षा! राजभवन के द्वार जनता के लिए खोल कर सबको मिलता रहा. पांच वर्षों में अकेले राजभवन में तीस हजार से अधिक लोगों से मैं मिला. 2,000 से अधिक कार्यक्रमों के माध्यम से आप सबको मिलता रहा. आप में से दो लाख 21 हजार से भी अधिक लोगों ने मुझे समय-समय पर पत्र भी लिखे. स्वाभाविक था कि आप सबसे एक अपनत्व का रिश्ता बना. आज दो वर्ष बाद भी शायद ही कोई दिन होगा जब उत्तर प्रदेश से किसी का दूरभाष या पत्र न आया हो. राज्यपाल होते हुए कई बार शिष्टाचार को बाजू में रख कर मैं उत्तर प्रदेशवासियों के सुख-दुःख में शामिल होता रहा. किंतु पिछला वर्ष बड़ा अजीब रहा. पूरी दुनिया में कोरोना महामारी का तांडव शुरू है. लाखों लोगों की मृत्यू हुई है. उत्तर प्रदेश भी इसमें अपवाद नही था. लालजी टंडन जैसे मेरे पुराने अजीज सहयोगी मित्र से लेकर राज्यपाल के कार्यकाल में स्नेही बने वरिष्ठ पत्रकार श्री. सुभाष मिश्रा, श्री. वकार रिजवी तक उत्तर प्रदेश के कई अपनों को मैंने खो दिया. सामान्य जनों से लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के विधायक, कमला रानी वरुण, विजय कश्यप, चेतन चौहान, आदी मंत्री भी चल बसें. मगर मैं प्रत्यक्ष सांत्वना के लिए आ नही सकता था. आप सबकी मुझे चिंता होती थी. आजही खबर आयी की अब इस परिस्थिती पर लगभग पूरा नियंत्रण आया है. यह पत्र लिखते वक्त उत्तर प्रदेश में मात्र 798 कोरोना रुग्ण है. इतना ही नही तो अब 98.6 प्रतिशत कोरोना रुग्ण ठीक भी हो रहे है. 11 जनपद ऐसे है जहाँ अब एक भी रुग्ण नही है. योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार की कोरोना नियंत्रण के लिए पूरे देश में अब वाहवा हो रही है. मैं जानता हूँ कि यह नियंत्रण पाने में आपका सहयोग भी महत्त्वपूर्ण रहा है. पूर्ण नियंत्रण के लिए आप सभी टीका भी जरुर लगवाइये.
मैंने तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को सलाह भी दी है कि कोरोना पर काबू लाने के लिए वह मुख्यमंत्री योगी जी का अनुकरण करें. महाराष्ट्र की जनसंख्या उत्तर प्रदेश से सात करोड़ से भी कम है. किंतु महाराष्ट्र में अभी भी 82,082 नागरिक कोरोना से संक्रमित है. मुझे भी कोरोना हुआ था. अस्पताल भी जाना पड़ा. मगर आप सबकी शुभकामनाओं से अब पुरी तरह स्वस्थ हूँ.
कोरोना काल में ही उत्तर प्रदेश में 3,050 स्थानों पर पंचायत चुनाव हुए. चुनाव प्रक्रिया का सफलता से आयोजन यह भी एक बड़ा काम योगी सरकार ने किया. सभी नागरिकों ने निर्भयता से मतदान करना चाहिए तथा चुनाव कर्मियों ने भी इसलिए प्रयास करने चाहिय इस विचार से मेरे कार्यकाल में जब उत्तर प्रदेश में चुनाव आए तब मैंने प्रदेश के जिस मतदान केंद्र पर सबसे अधिक मतदान हुआ वहां के पोलिंग एजंट और चुनावकर्मियों को सन्मानित किया था. अब अगले वर्ष फिर से विधानसभा के चुनाव होंगे तब भी इसी प्रकार से मतदाता तथा चुनावकर्मियों को प्रोत्साहीत करने का सुझाव मैं माननीय विद्यमान राज्यपाल महोदया को देना चाहूंगा. आप सभी ने अपना मतदान का कर्तव्य अवश्य पूर्ण करना है.
उत्तर प्रदेश में काफी बदलाव आ रहा हैं. सकारात्मक बदलाव हो रहे हैं. महिला स्वयं सहायता समूह-कन्या सुमंगला योजना, सामुहिक विवाह योजना, आवास योजना की सफलता से तो मैं संतुष्ट हूँ ही, मेरी नजर में ‘एक जनपद – एक उत्पाद’ योजना से उत्तर प्रदेश का नक्शाही बदलेगा. कभी ‘बीमारू प्रदेश’ कहलाने वाला उत्तर प्रदेश ‘सर्वोत्तम प्रदेश’ बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. योगी आदित्यनाथ की सरकार व विद्यमान राज्यपाल की मार्गदर्शन में आप सब सुखी रहें, यही शुभकामना. चरैवेति ! चरैवेति !! चलते रहो ! चलते रहो !!