डॉ दिलीप अग्निहोत्री
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल बालिकाओं की शिक्षा और महिलाओं की आत्मनिर्भरता पर विशेष बल देती रही है। गुजरात में मंत्री व फिर मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने इस दिशा में उल्लेखनीय कार्य किये है। राज्यपाल के रूप में भी इस दिशा में उनके प्रयास जारी है। लॉक डाउन के इस दौर में वह ऑनलाइन परिचर्चा में वह अनेक उपयोगी व सामयिक सुझाव दे रही है। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आत्मनिर्भर भारत और वोकल फाॅर लोकल पर जोर दिया था। उत्तर प्रदेश सरकार भी इस दिशा में प्रयास कर रही है। उसके द्वारा भी स्वास्थ्य और मजदूरों की सुरक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाये जा रहे है।
ग्राम स्तर पर श्रमिकों के परिवार एवं महिला सदस्य को स्वयं सहायता समूहों से आच्छादित किया गया है। उनकी स्किल के अनुसार आय जनित गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है। मनरेगा के तहत ग्रामीण महिलाओं को उनके गांवों में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। इस प्रकार के प्रयासों से लोगों को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। आनंदी बेन पटेल का मानना है कि महिलाओं एवं गरीब लोगों के सेवायोजन से उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। कोरोना के इस संकट में नारी शक्ति का मनोबल कम नहीं हुआ। महिलाओं ने यह सिद्ध कर दिया है कि वह कोई भी दायित्व अथवा कार्य करने में सक्षम हैं। लाॅकडाउन के कारण हमारे उद्योग धंधों एवं दिनचर्या पर जो प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, उससे उबरने में कुछ समय लगेगा। सहयोग एवं धैर्य के बल पर देश आगे बढ़ेगा।
आनन्दी बेन ने गुजरात में मुख्यमंत्री रहते हुये अपने अनुभव साझा किये। कहा कि उन्होंने महिलाओं को उद्योग, व्यवसाय एवं स्वयं सहायता समूह स्थापित करने में अनेक प्रकार की सहायता प्रदान करना सुनिश्चित किया था।आर्थिक सहायता व संसाधन प्रदान करने के उद्देश्य से जेन्डर बजट का प्रावधान किया था। इसके अन्तर्गत महिलाओं द्वारा संचालित दुग्ध मण्डियों हेतु स्वयं का सुविधायुक्त सेन्टर बनाने के लिये तीन सौ स्कावयर यार्ड भूमि तथा मकान बनाने के लिये पांच लाख रूपये का ऋण दिया गया। मिल्क सेन्टरों को ब्लक मिल्क कूलर और मिल्किंग मशीन के लिये भी सहायता दी जाती थी। पूरे गुजरात में सखी मण्डलों की रचना की गई। जिसके माध्यम से महिलाओं को बैकों के साथ जोड़कर सस्ती ब्याज दर पर ऋण दिलाया गया। यह कार्य आनन्दी बेन की पहल पर हुए थे।
आनंदीबेन पटेल ने राजभवन से काॅन्फेडरेशन आॅफ आॅल इण्डिया ट्रेडर्स कैट के देशभर से जुड़े व्यापारीगण एवं महिला उद्यमियों को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सम्बोधित किया। कहा कि उद्योग जगत में महिलाओं के श्रम का उपयोग कर भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जा सकता है। इसके माध्यम से स्वदेशी व आत्मनिर्भर भारत आन्दोलन को बल मिलेगा। वर्तमान आपदा में व्यापारी वर्ग भी आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई चेन को बनाये रखने में सहयोग प्रदान कर रहे है। सामाज के स्तर पर भी भी आपदा राहत कार्य संचालित हो रहे है।