डॉ दिलीप अग्निहोत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सांस्कृतिक आयोजनों को पूरी भव्यता के साथ आयोजित करने पर ध्यान देते है। वह चाहते है कि इन आयोजनों में सहभागी होने वालों को पर्याप्त सुविधा उपलब्ध हो। इसके साथ ही आयोजनों की भव्यता से अंततः तीर्थाटन का भी विकास होता है। इस नीति के अनुरूप योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज माघ मेला और मथुरा सन्त समागम की तैयारियों की समीक्षा की है। इस बार अन्य व्यवस्थाओं के साथ ही कोरोना गाइड लाइन पर भी अमल करना है। योगी आदित्यनाथ ने इस सम्बन्ध में एक प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया। जिसमें आयोजनों के सम्बन्ध में कराए जाने वाले कार्यों के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई। योगी ने कहा कि प्रयागराज में गंगा जी तथा वृन्दावन मथुरा में यमुना जी की निर्मलता व अविरलता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने प्रयागराज मेला प्राधिकरण तथा उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद को विशेष रूप से कोरोना के दृष्टिगत तैयारी किए जाने के निर्देश दिए। कहा कि सम्बन्धित आयोजनों में कल्पवासियों महात्माओं व साधु संतों की व्यवस्थाएं प्राथमिकता के स्तर पर सुनिश्चित की जाएं।
यदि कोई व्यक्ति आयोजन क्षेत्र में कोविड पाॅजिटिव पाया जाता है तो उसे तुरन्त अस्पताल भेजकर इस सम्बन्ध में शीघ्रता से काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाए। सम्बन्धित व्यक्तियों के क्वारंटीन की व्यवस्था हो। बेहतर सर्विलांस और नियंत्रण के लिए प्रयागराज के इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर की भांति वृन्दावन,मथुरा में भी कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर स्थापित किया जाए। इन सेण्टरों का प्रभावी संचालन सुनिश्चित करते हुए हर गतिविधि पर नजर रखी जाए। अनावश्यक और गैर जरूरी भीड़ को नियंत्रित किया जाए। शौचालय आदि का प्रबन्ध पर्याप्त व्यवस्था में रहे। मोबाइल शौचालय भी उपलब्ध रहें। शुद्ध पेयजल, खाद्यान्न की उपलब्धता, चिकित्सालयों और एम्बुलेंसेज़ की व्यवस्थाएं सुनिश्चित रहें। पेयजल और विद्युत आपूर्ति निरन्तर बनाए रखी जाए। प्रयागराज में गंगा जी का 01 जनवरी से 16 फरवरी तथा वृन्दावन, मथुरा में यमुना जी का 01 फरवरी से 28 मार्च तक निर्मल और अविरल प्रवाह हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। इनमें गिरने वाले अवशेष सीवर व नालों को टैप किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सभी सम्बन्धित कार्य निर्धारित समयावधि के भीतर पूरे कर लिए जाएं। उन्होंने कहा कि आयोजनों की अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की गंदगी न रहे। सैनिटाइजेशन व स्वच्छता,आयोजन क्षेत्रों के अलावा सम्पूर्ण शहर में भी दिखायी दे। प्रयागराज तथा वृन्दावन, मथुरा में पर्यटन और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों का सौन्दर्यीकरण एवं साफ सफाई के प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं।