सत्यम ठाकुर,ब्यूरो चीफ, गुजरात.
गुजरात में 8 जून सबसे बड़े तीर्थ स्थल द्वारकाधीश मंदिर , सोमनाथ मंदिर खुल गए है। वही शक्तिपीठ अम्बाजी मंदिर को 12 जून से केंद्र की गाइड लाइन के मुताबिक खोला जाना है। जबकि स्वामीनारायण संप्रदाय ने 15 जून तक मंदिर बंद रखने का निर्णय लिया है।
गुजरात में सबसे बड़े धार्मिक स्थल के तौर पर सोमनाथ मंदिर, द्वारकाधीश मंदिर और शक्तिपीठ अम्बाजी का पुरे विश्व में बहुत ही महत्त्व है। लाकडाउन के चलते पिछले कई दिनों से बंद ये मंदिर अब एक बार फिर केंद्र की गाइड लाइन के मुताबिक खुल गए है। इनमे से शक्तिपीठ अम्बाजी में दर्शन के लिए अभी भक्तो को थोड़ा और इंतज़ार करना होगा। अम्बाजी मंदिर 12 जून से खोला जायेगा। वही छोटे बड़े तमाम मंदिर भी कोरोना के कहर से बचने की सावधानियों के साथ मंगलवार को खुल गए है।
देवभूमि द्वारका जिले में द्वारका स्थित तीर्थ यात्राधाम द्वारका में भगवान द्वारकाधीश का जगत मंदिर आज से दर्शन के लिए खोला गया है । 19 मार्च से बंद किए गए द्वारका स्थित भगवान द्वारकाधीश का जगत मंदिर, ज्योतिर्लिंग नागेश्वर महादेव मंदिर के अलावा हरसिद्धि माता मंदिर भी खुल गए है । द्वारका में पांव से उपयोग की जाने वाली सात सेनेटाइज मशीनें व सेनेटाइजर रखवाया है । चार-पांच फीट की दूरी पर गोले बनवाए जा गए हैं। सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने व मास्क पहनने वालों को ही मंदिरों में प्रवेश दिया जा रहा है ।
द्वारका में गोमती घाट क्षेत्र, सुदामा सेतु आदि स्थानों पर भीड़ नहीं हो इस प्रकार व्यवस्था की गई है। जिले में खंभालिया का जलाराम मंदिर, खामनाथ मंदिर, रामनाथ मंदिर आदि मंदिर भी नियमानुसार खोल दिए गए है ।
वही सोमनाथ में प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ महादेव मंदिर में आज सबसे पहले कोरोना से मुक्ति की पूजा की गई। सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट के अंतर्गत आने वाले सभी 40 मंदिरो को दर्शन के लिए खोला गया है। इन मंदिरो में आरती में भक्तो को प्रवेश वर्जित होगा लेकिन वो दर्शन के लिए खुले रहेंगे। दर्शन के लिए सेनिटाइज़िंग टनल से लेकर मास्क और सोशल डिस्टन्सिंग सहती सभी मानकों का ख्याल रखा जा रहा है
शक्तिपीठ अम्बाजी को 12 जून से खोला जाना है और यहाँ भक्तो को कोरोना के कहर के बीच माताजी के दर्शन की व्यवस्था की जा रही है। सोशल डिस्टन्सिंग के लिए सर्किल बनाये जा रहे है। मास्क के बिना प्रवेश वर्जित रहेगा।
इन तमाम मंदिरो में स्क्रीनिंग के बिना प्रवेश नहीं होगा। प्रसाद और चरणामृत नहीं दिया जायेगा इसके अलावा फूलहार भी घर से लाना होगा। सामान्य दिनों में रहने वाले दर्शन के समय में कटौती कर शाम 7 बजे के आसपास तक दर्शन बंद कर दिए जाएंगे। गांधीनगर का मशहूर अक्षरधाम मंदिर में भक्त दर्शन नहीं कर पाएंगे क्यूंकि BAPS ने उनके अंतर्गत के सभी मंदिर को 15 जून तक बंद रहने का निर्णय लिया गया है।