सत्यम सिंह ठाकुर, ब्यूरोचीफ, गुजरात

 

“बुलंदीयों पर पहुचना तो आम बात हैं लेकिन बुलंदीयों पर कामय रहना ही असली हीरो की पहचान हैं।” ये कहावत आज गुजराती फिल्म जगत में अमिताभ बच्चन कहे जाने वाले नरेश कनोडिया पर एक दम सच साबित होती हैं। सुपर स्टार नरेश कनोडिया को तो कोरोना ने अपने आगोश में ले लिया। लेकिन इस खूबसूरत दुनिया को अलविदा करने से पहले उन्होने ऐसा कुछ किया कि उन्हे लोग ताउम्र याद करते रहेगें।

यूं ही कोई ऐसे ही सुपर स्टार नही बन जाता। सुपर स्टार बनने के लिये कड़ी मेहनत, लगन, ईमानदारी के साथ साथ एक अच्छा व्यक्तित्व भी होना चाहिय़े। जो कि गुजराती फिल्मों के सुपर स्टार नरेश कनोडिया में थी। गुजराती फिल्मों के सुपरस्टार नरेश कनोडिया का कोरोना की वजह से निधन हो गया है। वह 77 साल के थे। बीते कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के बाद उनका अहमदाबाद के यूएन मेहता इंस्टीट्यूट में इलाज चल रहा था। दो दिन पहले ही उनके भाई महेश कनोडिया का निधन हुआ था। नरेश कनोडिया ने इस कोरोना काल में लोगों को जागरूक करने के लिये गीतों का सहारा लिया। नरेश ने अपने कई वीडियोंस के जरिये लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। अपने गीतों के जरीये कोरोना को भगाने का प्रयास की बात कही थी लेकिन उसी कोरोना के वो खुद शिकार हो गये।

कुछ दिनों पहले जब उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ी और उस दौरान जब उनका इलाज चल रहा था तो उनकी मौत की अफवाह भी एक बार सामने आयी थी। तब उनके बेटे हीतु कनोडिया  ने एक वीडियो के जरिये इस बात का खण्डन किया था। तब लोगों ने सुपर स्टार के जल्द ठीक होने की प्रार्थना भी किया था।

गुजराती फिल्मों के अमिताभ कहे जाने वाले सुपरस्टार नरेश कनोडिया अपने भाई महेश कनोडिया के निधन के बाद 48 घंटे से ज्यादा जिंदगी का साथ नहीं दे सके और मौत को गले लगा लिया। उन का मंगलवार सुबह निधन हो गया। वे कोरोना से संक्रमित थे तथा अहमदाबाद के यू एन मेहता कोविड-19 स्पेशल अस्पताल में भर्ती थे। दो दिन पहले ही उनके बड़े भाई एवं पूर्व सांसद महेश कनोडिया का भी लंबी बीमारी के बाद निधन हुआ था। दोनों भाई जिंदगी भर साथ रहे कुछ घंटे पहले ही दोनों के असीम प्रेम की मिसाल देता हुआ एक वीडियो भी सामने आया था। जिसमे दोनों अपने पसंदीदा गीत गुनगुना रहे थे। इस वीडियो में दोनों का प्यार साफ़ देखा जा सकता है। दोनों भाइयो के प्रेम की हमेशा से ही मिसाल दी जाती थी दोनों ने साथ मिलकर अनेक हिट प्रोग्राम्स दिए लोगो का मनोरंजन किया और फिर पिछले कुछ सालो में राजनितिक जीवन में सक्रीय होकर लोगो के लिए काम भी किया। 48 घंटे में ही हुई दोनों कलाकार और राजनीतिज्ञ की मौत से गुजरात के लोगो को भारी सदमा लगा है।

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा- ‘मुझे गुजराती फिल्म सुपरस्टार और भाजपा नेता नरेश भाई कनोडिया के निधन से गहरा दुख हुआ है। सामाजिक और कला के क्षेत्र में उनका अमूल्य योगदान नई पीढ़ी को प्रेरित करेगा। विधायक श्री हितुभाई कनोडिया से टेलीफोन पर बात की। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि परमात्मा इस दिव्य आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और उनके परिवार और सभी शुभचिंतकों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ૐ शांति।’

गुजराती फिल्मों में करीब चार दशक तक अभिनय की पारी खेलने वाले गुजराती सुपरस्टार एवं संगीतकार नरेश कनोडिया ने मंगलवार सुबह अंतिम विदाई ली। नरेश कनोडिया कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित हो गए थे। अहमदाबाद में उपचार चल रहा था। 1943 में मेहसाणा के कनाडा गांव में जन्म लेने वाले नरेश कनोडिया ने 150 से अधिक फिल्मों में संगीत दिया तथा 100 से अधिक फिल्मों में अपने अभिनय की छाप छोड़ी। नरेश कनोडिया को दादा साहेब फाल्के अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने एक हिंदी फिल्म छोटा आदमी में भी अभी नहीं किया था, 1970 में नरेश ने गुजराती फिल्मों में काम शुरु किया तथा करीब 40 वर्ष तक गुजराती सिनेमा को कई सुपर-डुपर फिल्म वह संगीत दिया। हिंदी फिल्म छोटा आदमी में भी उन्‍होंने अभिनय किया था नरेश कनोडिया को गुजराती फिल्मों का सुपरस्टार माना जाता है तथा गुजराती में उन्होंने सैकड़ों फिल्में की हैं। उनके पुत्र हितु कनोडिया भी गुजराती फिल्मों के कलाकार हैं तथा भाई महेश कनोडिया भी भाजपा के राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं।

90 के दशक में नरेश कनोडिया की गुजराती फिल्म जगत में तूती बोलती थी, नरेश कनोडिया हिट फिल्मों के पर्याय बन चुके थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते नरेश कनोडिया को भारतीय जनता पार्टी में शामिल कर विधानसभा का टिकट दिया, नरेश कनोडिया गुजरात विधानसभा के सदस्य बने। हाल उनके पुत्र अभिनेता हितु कनोडिया भाजपा के विधायक हैं। नरेश कनोडिया की बड़े भाई महेश कनोडिया का लंबी बीमारी के बाद गत 25 अक्टूबर को गांधीनगर में उनके आवास पर निधन हो गया था। सोमवार को महेश व नरेश कनोडिया के आखिरी मिलन के वक्त दोनों एक गीत “तेरे बिना जीना कहां” गाते नजर आए, इस वीडियो को उनके पुत्र हितु ने सोमवार को ही सोशल मीडिया पर जारी किया था। महेश कनोडिया गुजरात के जाने-माने संगीतकार रहे तथा अपने छोटे भाई नरेश कनोडिया के कैरियर को सवारने में भी उनका खासा योगदान रहा। महेश कनोडिया खुद पाटन से सांसद रह चुके हैं। हितु कनोडिया नरेश कनोडिया के पुत्र हैं तथा उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। हितु उत्तर गुजरात के कड़ी से भाजपा के विधायक हैं तथा गुजराती फिल्म के अभिनेता भी हैं

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