कोरोना की जांच किट खरीद में 18 करोड़ की दलाली भी…

लखनऊ से वरिष्ठ पत्रकार अनिल सिंह की कलम से…

हद हैं यार

अब तो हद हो गई हैं यार। और हद भी ऐसी कि जिसके बारे में जानने के बाद आप उन सब लोगों से घृणा करने लगे जो इस खेल में शामिल हैं। एक ऐसा समय जिस समय पूरा देश एक महामारी से परेशान हैं। पूरे देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई हैं। गरिब एक जून की रोटी के लिये रो रहा हैं। जो जहां हैं वहां फसा हुआ हैं। लोग अपने लोगों के सलामती के लिय़े दुआ कर रहे हैँ। क्या गरिब क्या अमीर सब अपनी अपनी समस्या से परेशान हैं। जो जैसा हैं उसको वैसी परेशानी। लेकिन परेशान तो सब हैं। पूरा देश मिलकर एक दूसरे की मदद में लगा हुआ हैं। जिसकी जैसी माली स्थिती वो वैसे मदद करने की कोशिश कर रहा हैं। लोग पैसा जुटाकर लोगों की मदद के लिये सरकार की भी मदद करने में लगे हैं।

लेकिन इन सब के बीच हमारे आप के बीच कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्हे गद्दार कहने से भी गुरेज नही होना चाहिये…  कुछ ऐसे दोगले लोग हैं जो हम सब का अपना पेट काटकर किये गये मदद पर भी हमारे गिद्ध जैसी निगाह लगाये बैठे हैं। और जैसे ही मौका लग रहा हैं उसे दबोच ले रहे हैं। ऐसी स्थिती में तो मैं बस यही कहूंगा कि ऐसे लोगों को भगवान भी माफ नही करेगा। अब आप सोच रहे होगें कि ऐसा क्या हो गया कि मैं ऐसा बोल रहा हूं। तो आईये मैं आपको एक ऐसी सच्चाई से रूबरू करवाते हैं जिससे जानने के बाद आप भी उन लोगों से घृणा करने लगेगें जो लोग इस घिनौने खेल को अंजाम दे रहे हैं।

दलाली का घिनौना खेल

दिल्ली हाईकोर्ट के सामने पेश किए गए दस्तावेज बता रहे कि चीन से खरीदे गए रैपिड कोरोना टेस्ट किट में बिचौलियों ने 61फीसद मुनाफा कमाया। मतलब 30 करोड़ के सौदे में 18.7 करोड़ बिचौलियों के हिस्से लगे।

मुनाफे का शेयर चीन से किट आयात करने वाली कंपनी मैट्रिक्स लैब और भारत में इसका वितरण करने वाली कंपनी रेयर मेटाबोलिक्स के बीच बंटा। इस तरह पूरा देश जहां अपने राष्ट्रीय दायित्व को निभाते हुए समर्पण के साथ कोरोना से लड़ाई को प्रतिबद्ध है। बच्चों ने अपने गुल्लक तोड़ डाले वृद्धजन अपनी बचत राशि कुर्बान कर दिए।

ऐसे ही हर शहर और मुहल्ले गांव में लोग स्वत: प्रेरणा से एक दूसरे की मदद के लिए खड़े हैं। किसान मजदूर भी अपनी ताकत भर का योगदान कर रहे हैं। चिकित्सक, सफाईकर्मी तो अपनी जान जोखिम में डालकर कार्य कर रहे हैं।

इन सबके बीच लूट खसोट और घोटाले वह भी इस महामारी से लड़ने के सबसे बड़े उपकरण रैैैपिड जांंच किट की खरीद में दलाली यह दर्शा रहा कि महामारी के दौर में भी कुछ लोग लूट-खसोट में जुटे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here