तेनाली रामा में तरुण खन्ना को राजा कृष्णदेवराय के रूप में देखें, हर सोमवार से शुक्रवार, रात 7:30 बजे सोनी सब पर
अमित मिश्रा ( मुम्बई ब्यूरो चीफ )
* तेनाली रामा शो को हां कहने की क्या वजह थी ? सोनी सब के साथ जुड़कर कैसा महसूस हो रहा है?
– जब मुझे यह शो ऑफर किया गया, तो मेरा दिमाग सीधे मेरे बचपन में चला गया क्योंकि मैं वाकई में तेनाली रामा की कहानियों का बहुत शौकीन था और उन्हें खूब पढ़ता था। तेनाली रामा की कहानी को पढ़ते हुए बड़े होना और कुछ सालों के बाद उसी कहानी का हिस्सा बनने का मौका मिलना ऐसा है जैसे बचपन के सपने का साकार होना। मेरी खुशी तब और बढ़ गई जब मुझे सोनी सब से जुड़ने और ऐसे शो का हिस्सा बनने का मौका मिला जिसे पूरा परिवार साथ बैठकर देख सकता है। तेनाली रामा मेरे दिल के बहुत ही करीब है और ऐसी कोई वजह नहीं थी कि मैं इस अवसर को जाने देता।
* राजा कृष्णदेवराय का किरदार अपने द्वारा निभाए गए अब तक के किरदारों से कैसे अलग है? अपने किरदार के बारे में आपको सबसे ज़्यादा क्या पसंद है?
– राजा कृष्णदेवराय का किरदार मेरे अन्य किरदारों से इसलिए अलग है क्योंकि मैंने अब तक जितने भी किरदार निभाए हैं उनकी तुलना में यह हलका-फुलका और कॉमेडी वाला है। मैंने पहले जो भी किरदार निभाए हैं, वो स्वभाव से गंभीर रहे हैं। मैं किरदार के कठोर स्वभाव की प्रशंसा करता हूं जिसमें हास्य का भी मिश्रण है। मुझे इस किरदार का भव्य रूप भी पसंद है हालांकि हर दिन मुझे मूंछे लगाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
* हमें शो में आपके किरदार राजा कृष्णदेवराय की वापसी के बारे में कुछ बताइए?
– राजा कृष्णदेवराय विजयनगर के राजा हैं। वो पिछले 20 वर्षों से जंगल में थे क्योंकि वह सभी भौतिक सुखों को छोड़ना चाहते थे और एक साधारण जीवन बिताना चाहते थे। लेकिन यह पता चलने के बाद कि विजयनगर गंभीर खतरे में है, वह विजयनगर को उनके दुश्मनों से बचाने के लिए वापिस लौट आते हैं।
कृष्णदेवराय एक दमदार किरदार है जो अपने आस-पास के कॉमेडी किरदारों के साथ अच्छी तरह से निखर के आता है। वो अपने नौ रत्नों, खासकर पंडित रामा कृष्णा जिनकी चतुराई और बुद्धिमत्ता हमेशा राज्य को हर परेशानी से सुरक्षित रखती है, को बहुत महत्व देता है।
* क्या ऐतिहासिक किरदार की भूमिका निभाना और लम्बे समय से टेलीविज़न पर चल रहे शो का हिस्सा बनना चुनौतीपूर्ण था?
– निश्चित रूप से, उस किरदार में उतरना जो काफी चर्चित और पसंद किया जाने वाला किरदार है, काफी चुनौतीपूर्ण था। अपेक्षा का एक निश्चित स्तर है जिससे मुझे अपने आप को मिलाना था। सबसे बड़ी चुनौती लोगो को यह विश्वास दिलाना था कि मैं ही राजा कृष्णदेवराय हूं और इसके लिए मुझे सच में राजा का जीवन जीना था और इसकी बारीकियों पर ध्यान केंद्रित करना था। मुझे लगता है मेरी कोशिश और मेरा कठिन परिश्रम धीरे-धीरे खत्म हो रहा है और मैं खुश हूं कि दर्शक मुझे इस किरदार में स्वीकार कर रहे हैं और मैं उम्मीद करता हूं वो अपना प्यार और सहयोग इसी तरह शो को देना जारी रखेंगे।
* कृष्णदेवराय का पंडित रामा कृष्णा के साथ एक खास बंधन है। आपका कृष्णा भारद्वाज के साथ कैसा रिश्ता है?
– हम दोनों का रिश्ता एक-दूसरे के साथ बहुत ही अच्छा है क्योंकि मेरे अधिकतर सीन्स उनके साथ होते हैं। कृष्णा पूरी तरह से प्रोफेशनल हैं और हिंदी पर उनकी पकड़ बहुत अच्छी है, जोकि वास्तव में बहुत कम देखने मिलता है। उनके साथ शूट करना हमेशा सहज होता है और ऐसे प्रतिभाशाली सह-कलाकार के साथ काम करना वाकई मज़ेदार होता है।
* इस किरदार के लिए आपने कुछ खास तैयारियां की थी?
– मैंने इस भूमिका के लिए कोई तैयारियां नहीं की। मैं किसी भी चीज़ को परफेक्ट बनाने के लिए उसकी नक़ल करने में विश्वास नहीं करता। मैं सेट पर बिलकुल साफ़ दिल से आया और निर्देशक व टीम ने मुझे मेरे किरदार के बारे में जो समझाया, मैंने उसे बहुत ही ध्यान से सुना और समझा। मैंने उनके निर्देशन का पालन किया और एक कलाकार के रूप में किरदार को निभाने के लिए अपने तरीके निकाले।
* प्रशंसकों और दर्शकों के लिए कोई संदेश है?
– सोनी सब के ‘तेनाली रामा’ के सभी दर्शकों को, मैं हर किसी को प्रोत्साहित करना चाहूंगा कि वह तेनाली रामा देखते रहें। यह एक ऐसा शो है जो परिवार के सभी सदस्यों को कुछ खास प्रदान करता है। इस शो को देखकर बड़ों को उनका बचपन याद आएगा, जबकि बच्चे हर एपिसोड में कुछ न कुछ नया सीखेंगे।