• उत्तर प्रदेश सरकार के चीफ सेक्रेटरी आर के तिवारी , और डॉ आनंद सिंह खाती डी. जी. एच आर एंड हेल्थ सर्विसेस , इंडियन रेल , हुए सम्मानित
  • कॅरोना और समाज की अनन्य लड़ाई में अभूतपूर्व सेवा के लिए हुए सम्मानित
  • दो विदेशी डेकफीनर सी ई ओ आर्कटिक सेंटर , आइसलैंड , और बर्टील एंडरसन मेयर स्वीडन को भी उनके सामाजिक कार्यों के लिए गाँधी अवार्ड से नवाजा गया।

इंसान कितनी भी ऊँचाई तक पहुँच जाए , वो सफलता की कितनी भी दूरी तय कर लें , मगर ज़मीन के संस्कार उसे हमेशा अपनी मिट्टी के करीब रखता है । डॉ आशुतोष तिवारी डायरेक्टर आई.ए.ए .एम. पर पूरी तरह फिट बैठती है ।

स्वीडन में पिछले 30 सालों से रह रहे उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से ताल्लुक रखने वाले डॉ आशुतोष ने 2 ऑक्टोबर को गांधी जयंती के अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवा देने वाले चार विभूतियों को इंडोसकंडिक आर्गेनाईजेशन की जूरी ने चुना ।

भारत का गौरव बढ़ने वाली बात ये है कि इंडोसकंडिक आर्गेनाईजेशन ने उत्तर प्रदेश सरकार के चीफ सेक्रेट्री आर के तिवारी को भी गांधी पीस लरियेट्स के रूप में चुना , जो पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है ।

कोविड की इस महामारी के बीच हालांकि कार्यक्रम को वेबिनार के जरिये ही आयोजित किया गया । जबकि डेकफीनर और स्वीडन के मेयर एंडरसन को आज फिजिकली अवार्ड से अलग से सम्मानित किया गया । महत्वपूर्ण है कि डेकफीनर पिघलते ग्लेशियर पर लंबे समय से काम कर रहे हैं। वाली एंडरसन बतौर मेयर ग्रामीण लॉगऑन के लिए बहुत अच्छा काम किया है ।

उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी आर के तिवारी किसी परिचय के मोहताज नही । इंडोसकंडिक आर्गेनाईजेशन के इस कार्यक्रम में बोलते हुए तिवारी जी ने मशहूर वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन की उस लाइन को उद्धृत किया ” आने वाली पीढ़ियाँ बहुत मुश्किल से ये यक़ीन कर पाएंगी की हांड माँस से बना ऐसा भी व्यक्ति कभी इस पृथ्वी पर चल होगा ” , संभवतः गांधी जी के बारे में ये छोटी से लाइन उनके पूरे व्यक्तित्व की महानता और गरिमा का बयान करती है । इस मौके पर उन्होंने कोविड को लेकर चुनौतियों और उसके समाधान के लिए गाँधी दर्शन की उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला । साथ ही इंडोसकंडिक आर्गेनाईजेशन को इस सम्मान के लिए धन्यवाद भी प्रेषित किया ।

इंडोसकंडिक आर्गेनाईजेशन के गांधी पीस लरियेट्स 2020 कार्यक्रम में बोलते हुए डी. जी. एच आर एंड हेल्थ सर्विसेस डॉ. आनंद सिंह खाती को कोविड 19 के दरम्यान किये गए अथक परिश्रम और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में किये गए अनूठे प्रयासों के लिए गाँधी पीस लरियेट्स से सम्मानित किया गया । डॉ खाती ने वर्तमान परिदृश्य में गाँधी दर्शन की उपयोगिता पर न सिर्फ प्रकाश डाला बल्कि वो समाज के लिए कितना अपरिहार्य है उस पर लंबी बात की ।

गौरतलब है कि भारत सरकार से जल्द ही इंडोसकंडिक आर्गेनाईजेशन 14 लाख करोड़ के निवेश की एक डील भी साइन करेगी जिसमे सभी नार्थ यूरोपियन देशों की महती भूमिका होगी ।

ऐसे में साफ है कि गाँधी दर्शन और गांधी की धरोहर को सजोते हुए इंडोसकंडिक आर्गेनाईजेशन अपनी जिम्मेदारी के प्रति सजग है ।

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