डॉ दिलीप अग्निहोत्री
लखनऊ विश्वविद्यालय की समृद्ध विरासत है। इस यात्रा के अनेक पड़ाव है,अनेक उपलब्धियां है,अनेक प्रेरणादायक प्रसंग है,यहां से जुड़े होनहार शिक्षकों व छात्रों की लंबी श्रृंखला है। जिन्होंने देश विदेश में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इन सबको संजो कर रखने की आवश्यकता है। इसके दृष्टिगत पर्यटन अध्ययन संस्थान द्वारा छात्र केंद्रित नवाचारों की एक श्रृंखला में एक वीडियो पत्रिका और एक कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने कॉफी टेबल बुक और ‘टूरेक्दोट्स’: ITS की विडियो पत्रिका का उद्घाटन किया। यह विश्वविद्यालय की
विरासत यात्रा का चित्रण करती है। उन्होंने इन कठिन समय में भी राज्य भर की कंपनियों में अपने कई छात्रों को ऑनलाइन इंटर्नशिप में रखने के संस्थान के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने वीडियो पत्रिका के साथ-साथ कॉफी टेबल बुक में विश्वविद्यालय की सुंदरता के शानदार चित्रण का भी उल्लेख किया।
ITS की समन्वयक डॉ अनुपमा श्रीवास्तव ने इन दोनों पहलों के पीछे की अवधारणा को सबके समक्ष प्रस्तुत किया और कहा कि इन कठिन समय के दौरान, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारा मन सबसे बड़ा और उत्कृष्ट पर्यटक हैं जिसे यात्रा करने के लिए टिकट या पासपोर्ट की आवश्यकता नहीं होती। डॉ श्रीवास्तव ने यह भी घोषणा की कि संस्थान उत्तर प्रदेश के माननीय पर्यटन मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी को अपना पहला ‘पर्यटन राजदूत पुरस्कार’ प्रदान कर रहा है। इस समारोह में कला संकाय के डीन, पद्म श्री प्रो बृजेश शुक्ल, शिक्षा एवम विज्ञान संकाय की डीन प्रो तृप्ता त्रिवेदी, कामर्स संकाय डीन प्रो राजीव माहेश्वरी, डीन स्टूडेंट वेलफ़ैर प्रोफ पूनम टंडन, कुलसचिव, वित्त अधिकारी सहित विश्वविद्यालय के कई शिक्षक, छात्र और अधिकारी शामिल थे।