एक पाँव ऊपर किये, कभी दोनो पैर ऊपर किये हुए, तो कभी चारो पैर नीचे किये घोड़े की पीठ पर बैठे हुये कई स्टेचू देखे ।
बचपन से ये जिज्ञासा थी कि आखिर घोड़े के दोनों पाँव ऊपर क्यो है ।
बहुत खोजने के बाद ये तथ्य सामने आए
1-घोड़े के दोनों आगे के पैर हवा मे हो तो सम्मानित व्यक्ति युद्ध मे बलिदान हुआ है
2-घोड़े का आगे का एक पैर हवा में हो तो युद्ध में प्राप्त जख्म के कारण सम्मानित व्यक्ति की मृत्यु हुई है
3-घोड़े के चारो पैर जमीन पर हो तो प्राकृतिक कारण से व्यक्ति की मृत्यु हुई है
4-घोड़े का बाया पैर उठा होने पर.. किसी भी घोड़े पर सवार महापुरुष के घोड़े पर बाया पैर उठा हो तो समझ लेना चाहिए कि युद्ध में उसके राजा से पहले घोड़ा शहीद हुआ था…
जैसे की महाराणा प्रताप के सबसे प्रिय और प्रसिद्ध नीलवर्ण घोडा चेतक का बाया पैर सदैव स्टेच्यू में उठा होता है।