मौसम विभाग ने कोल्हापुर में आगामी 24 घंटे के लिए भी भारी बारिश की चेतावनी दी है। ऐसे में बीते दो दिनों की बारिश ने शहर का नक्शा बदल दिया है। पिछले साल की बाढ़ लोगों के जहन में ताजा होने लगी है।
- कोल्हापुर में बाढ़ की चेतावनी
- शहर की नदियों का जलस्तर पहुंचा खतरे के निशान पर
- प्रशासन ने नागरिकों से सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा
- कई रास्तों को आवाजाही के लिए बंद किया गया
- बीते साल की बाढ़ को देखते हुए चेतावनी जारी की गई है
महाराष्ट्र के कोल्हापुर शहर में बीते 2 दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से शहर की हालत खराब हो चुकी है। चारों तरफ पानी भर चुका है। ऐसे में जिलाधिकारी दौलत देसाई ने तमाम नागरिकों से आवाहन किया है कि जो लोग नदी के किनारे रहते हैं वह सब लोग सुरक्षित स्थानों पर मवेशियों के साथ चले जाएं।
बांध क्षेत्र में खतरा बढ़ गया है
शहर में बांध वाले इलाके के साथ सभी जगह पर भारी बारिश शुरू है। शहर की पंचगंगा नदी बीती रात से खतरे के निशान को पार कर चुकी है। जिसकी वजह से नदी के किनारे रहने वाले लोगों के लिए खतरा बढ़ गया है। इसी खतरे को देखते हुए प्रशासन ने जानवरों सहित सभी नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर जाने का आवाहन किया है।
पिछले साल कोल्हापुर में बाढ़ ने तबाही मचाई थी
बीते वर्ष कोल्हापुर शहर में बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई थी। जिसमें कई परिवारों ने अपने स्वजनों को खो दिया था। इसलिए बीते साल के अनुभव को देखते हुए इस बार आंबेवाडी और करवीर तहसील के गांव के निवासियों को सतर्क रहने का निर्देश जारी किया गया है।
जोतिबा केर्ली रास्ता डूबा
मूसलाधार बारिश की वजह से ज्योतिबा केर्ली रास्ता डूब चुका है। बीते साल भी यह रास्ता ऐसे ही बाढ़ के पानी में डूब गया था। जिसकी वजह से स्थानीय नागरिकों को काफी दिक्कत हुई थी और इस वक्त भी उन्हें पिछले साल की बाढ़ का मंजर इस रास्ते को देखकर याद आ रहा है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से इस रास्ते को प्रशासन ने आवाजाही के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
पंचगंगा का पानी 35 फुट पर पहुंचा
कोल्हापुर में भारी बारिश की वजह से पंचगंगा नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है फिलहाल इस नदी का जलस्तर 35 फुट की ऊंचाई तक पहुंच चुका है जिले के लगभग 86 छोटे बड़े बांध पानी से लबालब भर चुके हैं। राधानगरी बांध 90% तक भर चुका है शहर के निचले इलाकों में पानी भरना शुरू हो चुका है। नंदगांव का प्राथमिक विद्यालय पूरी तरह से पानी में डूब गया है। जबकि को कोवाड़ बाजार भी बाढ़ की चपेट में आता हुआ नजर आ रहा है। शहर में बांध क्षेत्रों में बारिश का ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। कोल्हापुर का गगनबावड़ा मार्ग बाढ़ के चलते यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। जिसकी वजह से कोंकण जाने और आने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।