डॉ दिलीप अग्निहोत्री

दुनिया कोरोना संकट के दौर में है,लेकिन अभी तक कहीं भी इसकी दवा या वैक्सीन का अविष्कार नहीं हुआ है। संक्रमण बढ़ रहा रहा है। उस हिसाब से चिकित्सा के संसाधन कम पड़ रहे है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ठीक कहा कि सभी को कोविड-19 के विरुद्ध लम्बी लड़ाई के लिए तैयार रहना चाहिए। यह एक अदृश्य शत्रु है। इसलिए सबसे पहले इससे बचाव तथा संक्रमण की स्थिति में उपचार की सुचारू व्यवस्था करनी होगी। वैक्सीन बनने के बाद, वायरस के रूप बदल लेने जैसी स्थितियों के लिए भी तैयार रहना होगा। सरकार अपने स्तर से सभी संभव प्रयास कर रही है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शुरुआत में कोविड उपचार की सुविधा नहीं थी। इसके बाद केजीएमयू में स्थापित लैब में प्रदेश में पहली कोविड के बहत्तर टेस्ट हुए थे। वर्तमान में प्रतिदिन लगभग एक लाख पचास हजार टेस्ट किए जा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा कोविड से बचाव और उपचार के लिए निरन्तर कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के सभी जनपदों में एल वन और एल टू श्रेणी के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल कार्यशील हैं। एल थ्री कोविड अस्पतालों की सुविधा भी तेजी से बढ़ायी जा रही है। इस क्रम में योगी आदित्यनाथ ने किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में तीन सौ बीस बेड के लेवल थ्री कोविड अस्पताल का लोकार्पण किया। यहां पहले से संचालित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के साथ ही इस अस्पताल को भी पूरी क्षमता से कार्यशील रखा जाए। गत पन्द्रह दिनों में प्रदेश में लोकार्पित किए गए एल थ्री डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों की श्रृंखला का यह चैथा अस्पताल है।

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