डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

मातृभूमि के प्रति समर्पित सेनानियों स्मरण राष्ट्रीय स्वाभिमान को जागृत करता है। इसी के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार ने फरवरी माह में दो महत्वपूर्ण आयोजनों का शुभारंभ किया। दोनों को ही इतिहास में उचित स्थान नहीं मिला था। चार फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौरी चौरा शताब्दी समारोह का शुभारंभ किया था। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल सहभागिता की थी। इस एक आयोजन मात्र से पूरे भारत को चौरी चौरा घटना के अनेक अनछुए प्रसंगों की जानकारी मिली थी। इसी प्रकार सोहल फरवरी बसन्त पंचमी के दिन महाराज सुहेल देव स्मारक शिलान्यास लोकार्पण एवं चितौरा झील के विकास कार्य की आधारशिला वर्चुअल माध्यम से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखी गई। इस अवसर पर आयोजित समारोह को भी नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि चौरी चौरा के वीरों की तरह महाराजा सुहेलदेव के साथ सम्मानजनक व्‍यवहार नहीं हुआ। जबकि उनके शौर्य पराक्रम व वीरता अवध और तराई से लेकर पूर्वांचल की लोक कथाओं व ह्यदय में वी हमेशा बने रहे।

सम्मान व स्थानीय विकास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि करीब चार वर्ष पहले बहराइच में इस क्षेत्र की आरोग्‍यता के लिए नरेंद्र मोदी द्वारा एक मेड‍िकल कॉलेज दिया गया था। अब वह बनकर तैयार हो गया है। जिसका नाम महाराज सुहेल देव के नाम पर ही रखा है। इस मेडिकल का भी उद्घाटन भी नरेंद्र मोदी ने किया। महाराज सुहेल देव स्मारक के कायाकल्प की योजना उनतालीस करोड़ में आकार लेगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here