सत्यम ठाकुर, ब्यूरो चीफ, गुजरात
गुजरात। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गृह राज्य में आज कल कुछ ऐसा हो रहा हैं। जिसे आप सुनना जानना पसन्द नही करेगें। जी हां गुजरात में इन दिनों कोरोना के लेकर कई तरह कि कमीयां सामने आ रही हैं।अभी हाल ही में गुजरात हाईकोर्ट ने सिवील हास्पीटल को लेकर गुजरात सरकार को जमकर लताड़ लगाई हैं। बावजुद इसके अभी भी गुजरात सरकार की कई कमीयां सामने आ रही हैं। एक तरफ तो गुजरात में कोरोना की वजह से मरने वालो का आंकड़ा 1 हजार के करीब पहुच गया हैं। वहीं संक्रमण के फैलाव के बीच राजनीति भी गरमाने लगी है. अबकी बार विवाद N 95 मास्क को लेकर हो रहा है। जिस पर बीजेपी और कांग्रेस अब आमने सामने आ गई हैं। गुजरात सरकार ने लोगों को आसानी से मास्क मुहैया कराने के लिये अमूल पार्लर पर N 95 मास्क उपलब्ध कराये हैं। लेकिन अब गुजरात सरकार की यही पहल विवादों में आ गई हैं। गुजरात में विपक्षी पार्टी कांग्रेस का आरोप है कि विजय रुपाणी सरकार कोरोना महामारी के बीच गुजरात की जनता के पैसे से मुनाफाखोरी कर रही है।
पहले स्वदेशी वेंटीलेटर धमन के विवाद के बाद अब विपक्ष मास्क के मुद्दे पर सरकार को घेर रहा है। बता दें कि गुजरात की रुपाणी सरकार ने कहा था कि गुजरात के अमूल दूध के 2000 पार्लर पर एन95 मास्क 65 रुपये में जबकि तीन लेयर मास्क 5 रुपये में मुहैया कराए जाएंगे। इस पर अब कांग्रेस ने रुपाणी सरकार को आड़े हाथों लिया है।
कांग्रेस का कहना है कि गुजरात मेडिकल कॉर्पोरेशन लिमिटेड कंपनी के राज्य के अलग-अलग डिपार्टमेंट में एन95 मास्क की खरीदारी कीमत 49.61 रुपये है. वहीं इस सरकारी कंपनी ने दूसरे सरकारी डिपार्टमेंट को भी एन95 मास्क इसी दाम पर खरीदने का आदेश दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार मुनाफाखोरी कर 49.61 रुपये में लिए गए N95 मास्क अब 65 रुपये में बेच रही है। कांग्रेस नेता अमित चावड़ा ने ट्वीट करते हुए लिखा, सरकार में महामारी के समय में लोगों को मदद की जगह, भाजपा के लोग मुनाफा कमाने में लगे हैं।
वहीं बीजेपी का कहना है कि आमतौर पर N95 मास्क मार्केट में 100, 150, 200 रुपये में मिल रहा है. लोगों की सुरक्षा रुपाणी सरकार की प्राथमिकता है. हर किसी को N95 मास्क की सुरक्षा मिल पाए इसलिए इसे अमूल पार्लर पर मुहैया करवाया जा रहा है. मास्क में जीएसटी और ट्रांसपोर्टेशन खर्च लगा है. इसके बाद इसकी कीमत 65 रुपये हुई जबकि सरकार के जवाब में एसोसिएशन ऑफ़ मेडिकल शॉप ने यही मास्क ५० रुपये में बेचने का फैसला लिया है और उसका ये भी आरोप है की उनका मास्क अमूल पार्लर पर बिकने वाले मास्क से बेहतर है।
बहरहाल एक तरफ गुजरात में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है , मौत के आकड़ो का अनुपात तो बहुत ही चौकाने वाला और चिंताजनक है। हालात ये है की आये दिन मिल रही शिकायतों के बाद हाई कोर्ट ने खुद संज्ञान लेकर कोविड १९ पर सरकार के कामकाज पर कड़ा ऐतराज जताते हुए सख्त हिदायत दी है। ऐसे में भी राजनितिक दल अपनी ओछी राजनीती करने का कोई मौका जाने नहीं देना चाहते। जब कि समय हैं कि इस समय राजनिती न कर के समस्या का समाधान ढूढ़ा जाये….