• मण्डल के भदोही जिले में 55 वर्षीय ACMO की मृत्यु
  • जिले के 5 नाम रिकार्ड में नही
  • शुक्रवार को 5 छोटे लड़के-लड़कियां संक्रमित

मिर्जापुर । जिले में पाजिटिव का आंकड़ा 25 पहुंच कर कोरोना का रुख बच्चों की ओर घूम गया और पाँच वर्ष से 15 वर्ष के लड़के लड़कियों को भी चपेट में ले लिया । इसी के साथ कोरोना से मृत 5 लोगों के नाम मृतक सूची में न आने से लोग हैरान है । लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि मृतक संख्या के आन-रिकार्ड न करने के पीछे क्या कारण है ? इस संबन्ध में स्वास्थ्य विभाग पहचान-पत्र (ID)का प्रॉब्लम बता रहा है।

नगर में एक और मृत्यु

नगर में मुख्य मार्केट खंजाची चौराहे से घण्टाघर मार्ग पर 60 वर्षीय एक प्रमुख कपड़ा व्यवसाई की मृत्यु गुरुवार की रात प्रयागराज में कोरोना के चलते हुई। वहीं कोरोना गाइडलाइन के तहत अंतिम संस्कार (सुपुर्दे-ख़ाक) किया गया। यह सब 17/9 को ही हो गया लेकिन जिले की 18/9 की सूची में इनका नाम नहीं दर्ज हुआ। बताया गया कि उनका आईडी यहां का नहीं है जबकि मुहल्ले के लोगों का कहना है कि वे चुनावों में वोट यहीं देते थे । उनके घर के लोग कोरोना से मृत्यु की घबराहट में दुकान बंद कर किसी से मिलने से बच रहे हैं।

ID को लेकर विभाग क्या कहता है ?

इस संबन्ध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इलाज के वक्त आधार कार्ड वाला ID नहीं बल्कि मरीज जो बताता है, वहीं पता और फोन नम्बर लिखा जाता है। कोरोना में इलाज पहली प्राथमिकता है।

5 केस दर्ज नहीं

इसी तरह 16/9 एवं 17/9 को कछवा के पंकज दास एवं बजहाँ के अरुण सिंह का नाम 18/9 की सूची में नहीं आ सका। जबकि घण्टाघर के मिष्ठान्न व्यवसाई प्रकाश मोदनवाल एवं सक्तेशगढ़ आश्रम के सन्त मिश्रा बाबा की क्रमशः 15 एवं सात दिनों से अधिक दिनों पहले मृत्यु हुई है।

आकलन और अनुमान

लोग इन मौतों को रिकार्ड में न लेने पर अपने अपने ढंग से आकलन और अनुमान लगा रहे हैं। लोगों का कहना है कि इससे कोरोना से मौत का रिकार्ड तो कम हो जाएगा लेकिन भयावहता कम नहीं होगी।

छोटे लड़के-लड़कियां

18/9 को हलिया का 5 वर्षीय, नगर के पीलीकोठी का 15 वर्षीय, लखनिया,लालगंज का 11 वर्षीय लड़का तथा हलिया की 10 एवं 11 वर्षीया लड़कियां संक्रमित हुई हैं। कुल 25 में ये 5 बच्चे शामिल हैं।

भयावहता में कमी नहीं

मिर्जापुर के पड़ोसी जनपद भदोही के ACMO डॉ जेपी सिंह (55)की कोरोना से शुक्रवार को मृत्यु से जनपद भी सहमा था। मण्डल मुख्यालय होने के नाते वे यहां बराबर आते रहे और लोगों से परिचित भी रहे।

मृतक मामले में आसपास सेनिटाइजेशन हो

शुरू के दिनों में हॉटस्पॉट एवं सेनिटाइजेशन पर जोर रहा लेकिन इन दिनों यह सब बंद है। लोग पहले जैसी व्यवस्था चाहते हैं।

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