सलिल पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार, मिर्जापुर.
- जिले की 11 जिंदगियां लूट गईं।
- दो मई से प्राइवेट टेस्ट शुरू होगा।
- ड्यूटी कटवाने में चक्कर खाते मतगणना कर्मी
जिले की 11 जिंदगियों लूट गईं
मिर्जापुर, 1 मई। अब तक के सारे रिकॉर्डों को ध्वस्त करते एक साथ L-2 में 6 जिंदगियों को लूटने में कोरोना सफल रहा। इस तरह मई महीने का प्रथम दिन अब तक का सबसे क्रूर दिवस हो गया । इन 6 लोगों में एक जिला पंचायत की सदस्य एवं एक ग्राम प्रधान प्रत्याशी भी हैं।
शनिवार को लालगंज के गंगा सायर में ग्राम प्रधान प्रत्याशी रामचन्द्र मौर्य (58), राजगढ़ में जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी कुंती देवी, नगर के पाण्डेयपुर में कोरोना से पीड़ित होकर भर्ती पति-पत्नी में से 60 वर्षीय पति की मृत्यु हो गई जबकि पैड़ापुर में 22 वर्षीय युवक, चुनार के उस्मानपुर का एक व्यक्ति, नगर के शिवपुरी कालोनी में 70 वर्षीय वृद्ध तथा विसुन्दरपुर में 62 वर्षीय एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई।
बुखार से 30/4 की शाम गोसाई तोला में जाहिद अली (65), सामाजिक कार्यकर्ता आशीष श्रीवास्तव (टोपी वाले) के पिता गिरीश श्रीवास्तव (70), प्रसिद्ध अधिवक्ता नवल किशोर सिंह (80) तथा कछवा निवासी वाराणसी पुलिस विभाग में सेवारत ओमप्रकाश पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार मनोज शुक्ला के चचेरे भाई की मृत्यु हो गई जो पुलिस सेवा में गैर जनपद में तैनात थे।
लंबे जद्दोजहद के बाद प्राइवेट स्तर पर कोरोना टेस्ट 2 मई से शुरू होगा
मिर्जापुर, 1/5। स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक पखवारे पूर्व अधिकृत दो नेशनल स्तर के पैथालाजी सेंटरों के स्थानीय कलेक्शन सेंटरों में एक सेंटर ने सारी औपचारिकताएं पूरी कर लीं लिहाजा उसे कोरोना टेस्ट करने के लिए हरी झंडी दे दी गई है। सेंटर को निर्देश दिया गया है कि वह तत्काल टेस्टिंग कार्य शुरू कर दे। इस आदेश के बाद 2 मई से रामबाग स्थित पैथ काइंड से जांच शुरू होगी। जांच की फीस भी निर्धारित कर दी गई है जिसमें सेंटर पर आने वालों से 700/- और घर से स्वैब सैम्पल लेने वालों से 900/- रु निर्धारित है।
ज्ञात हुआ है कि रामबाग सेंटर में फिजिकल डिस्टेंसिंग का कम स्थान होने की वजह से जो व्यक्ति अपने निजी चार पहिए के वाहन से आएगा, उसे उसी वाहन में बैठे-बैठे सैम्पल लिया जाएगा । वरना घर से ही सैम्पलिंग की जाएगी।
दूसरे लैब को तकनीकी कारणों से अभी अनुमति नहीं मिली है। स्वैब टेस्ट के लिए प्रशिक्षित डॉक्टर की जरूरत पड़ती है। पैथ काइंड के पास प्रशिक्षित चिकित्सक डॉ सुनील कुमार सिंह हैं। स्वैब सैम्पल ट्रांसपोर्ट मीडिया से वाराणसी जाएगा। वहां से रिपोर्ट आने पर हार्ड-कॉपी संबंधित व्यक्ति को दी जाएगी। दूसरे सेंटर को अनुमति में ICMR (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) के प्राविधानों में कमियां मिलीं। जिसे दूर कर लेने पर उसे भी अनुमति दी जा सकती है।
लंबे दिनों से अनुमति के बावजूद टेस्ट शुरू न होने की जानकारी जब कमिश्नर श्री योगेश्वर राम मिश्र को विगत दिनों हुई और उन्होंने इस दिशा में छानबीन शुरू की तब जाकर उक्त कार्रवाई में तेजी आई।
बदहवास चुनावकर्मी व्यथा सुनाते दिखे काउंटिंग ट्रेनिंग कैम्प में
मिर्जापुर, 1/5। सरकार, हुजूर ! मेरे पापा की, मेरे भैया की, मेरी मम्मी की तबियत बहुत खराब है। खांसी और तेज बुखार से पीड़ित हैं, उनकी 2 मई से होने वाली मतगणना की ड्यूटी काट दीजिए।
यह दृश्य था नगर के GIC के मैदान में बने काउंटिंग ट्रेनिंग कैंप का। 29 से शुरू होकर 1 मई को समाप्त हुए ट्रेनिंग के दौरान मतगणना कर्मियों के परिजनों के हाथों में वेदना के दरख्वास्त देखे गए। ड्यूटी कटना आसान नहीं था लिहाजा कुछ परिजन चक्कर खाकर गिरते पड़ते भी रहे। 7 टेबुल पर प्रतिदिन 700 लोगों को तीन राउंड में ट्रेनिंग दी गई। इस प्रकार प्रतिदिन 2000 से 2100 लोग ट्रेनिंग ले रहे थे। प्रत्येक टेबुल पर एक पर्यवेक्षक तथा तीन सहायक ट्रेंड किए जा रहे थे ।
इस प्रकार कोरोना काल में मतगणना के दौरान क्या स्थिति उत्पन्न होगी, इसको भी लेकर प्रशासनिक अधिकारी एलर्ट हैं।