सलिल पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार, मिर्जापुर.

 

  • नगर विधायक की मांग पर हुई कार्रवाई और सांसद की मांग पर उम्मीद जताई जा रही
  • इंजीनियर्स हड़ताल पर गए तो पड़ेगा बुरा प्रभाव

मिर्जापुर । जनप्रतिनधियों की जागरूकता यदि साकार हुई तो आने वाला समय कुछ नए सौग़ात लेकर आ सकता है। इसमें नगर विधायक श्री रत्नाकर मिश्र की नगर में पैंटून ब्रिज तो सांसद श्रीमती अनुप्रिया पटेल की मिर्जापुर नगरपालिका परिषद को नगर निगम बनाने की ताजातरीन मांग शामिल है लेकिन PWD में अनिवार्य सेवानिवृत्ति के खिलाफ 16 अक्टूबर से प्रस्तावित हड़ताल से विकास कार्य प्रभावित हो सकते हैं । खासकर विन्ध्याचल के नवरात्र मेले में इंजीनियरों की ड्यूटी के समक्ष भी समस्या खड़ी हो सकती है।

पैंटून ब्रिज

भटौली में पक्कापुल बनने के बाद नगर में बढ़ते जाम को देखते हुए नगर विधायक श्री रत्नाकर मिश्र ने बड़ी तेज आवाज उठाई और लिखापढ़ी की कि भटौली का पुल नगर में लगाया जाए। लेकिन उन दिनों उस पुल को तेज भागदौड़ से जिला पंचायत सदस्य श्री राजेश नारायण तिवारी छानबे क्षेत्र में स्वीकृत कराने में सफल रहे। लेकिन नगर विधायक श्री मिश्र के अनुरोधपत्र पर इधर सक्रियता बढ़ी है और लगभग पौने तीन करोड़ का इस्टीमेट स्वीकृति हेतु सरकार के पहुंच गया है।

कंपनीघाट-कोल्हुआ के बीच प्रस्तावित

नगर विधायक ने जिलाधिकारी बंगले से आगे स्थित कम्पनीघाट और चील्ह ब्लाक के कोल्हुआ गांव के बीच पुल का प्रस्ताव दिया था। जिसका इस्टीमेट बनकर शासन में विचाराधीन है। हालांकि बहुत से लोगों ने कंपनीघाट शहर से दूर होने के कारण सखौरा पम्पनहर या घोडेशहीद के पास से कोल्हुआघाट का सुझाव दिया था। जो नगरीय लोगों के लिए भी लाभप्रद होगा। यह पुल कुंभ मेले में खाली पड़े पीपों से बनाया जाएगा ।

नगर-निगम

स्थानीय नगरपालिका परिषद को नगर निगम बनाने की आवाज सांसद श्रीमती पटेल ने उठाई है। श्रीमती पटेल की वर्किंग से परिचित लोगों का मानना है कि वे जो मांग उठाती है, उसे अंजाम तक पहुंचाती है । आवाज उठी है तो उसका परिणाम देर-सबेर दिखाई पड़ेगा, ऐसा लोगों को आकलन है।

खतरे की घण्टी

इसी बीच उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन ने पूरे यूपी में लॉकडाउन आंदोलन का एलान कर दिया है। कारण यह कि PWD के विभिन्न जिलों में तैनात सात अभियन्ताओं को जबरिया सेवानिवृत्त कर दिया गया है। UPEA ने 15 अक्टूबर तक की लक्ष्मण रेखा खींचते हुए एलान यह भी कर दिया है कि यह आदेश वापस नहीं हुआ तो 16/10 से सभी विभागों के राजपत्रित इंजीनियर हड़ताल पर चले जाएंगे। यदि ऐसा हुआ तो विकास कार्यों के अलावा 16 अक्टूबर की रात 12 बजे से शुरु नवरात्र मेले पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा, लगता है इस पर अभी विचार नहीं किया गया है । क्योंकि इसमें EE और AE स्तर के भी इंजीनियर ड्यूटी में लगाए जाते हैं।

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