डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

लखनऊ विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति ने आज उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति पहल के तहत एक वेबिनार का आयोजन किया। वेबिनार विशेष रूप से विश्वविद्यालय के प्रशासकों के लिए आयोजित किया गया था, जिसमें मिशन शक्ति के लक्ष्यों को प्राप्त करने में किसी भी संस्थान में प्रशासकों की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया था। आईपीएस रेणुका मिश्रा ने मुख्य भाषण दिया और महानिदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, यूपी सरकार, डॉ मिथिलेश चतुर्वेदी गेस्ट ऑफ ऑनर थे। आईसीसी अध्यक्ष और लखनऊ विश्वविद्यालय में मिशन शक्ति कार्यक्रम के समन्वयक, प्रो शीला मिश्रा वेबिनार की संयोजक थीं। प्रो मिश्रा ने मिशन शक्ति पहल के लक्ष्यों के बारे में सभी को जानकारी दी और दिन के वक्ताओं को अपना भाषण देने के लिए आमंत्रित किया।

IPS रेणुका मिश्रा ने विशेष रूप से कार्यस्थल में महिला सशक्तिकरण के उद्देश्यों को प्राप्त करने में प्रशासकों की भूमिका पर एक विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने कार्यस्थल को सुनिश्चित करने के लिए स्वीकृति, पहचान, संबोधन, निवारण, और फिर लैंगिक भेदभाव, यौन उत्पीड़न आदि जैसी समस्याओं से बचाव के लिए पांच सूत्रीय कार्ययोजना रेखांकित की जिससे न केवल कार्यस्थली सुरक्षित बनेगी बल्कि एक महिला और उसके जीवन की समस्याओं के प्रति संवेदनशील भी बनेगी। श्रीमती मिश्रा ने अपने स्वयं के जीवन और अपने विभाग के कार्यों से एक सुरक्षित कार्यस्थल सुनिश्चित करने के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमो को सबके साथ सांझा किया और सभी को आत्मनिरीक्षण करने और समाधान तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित किया। उनके बाद महानिदेशक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, यूपी सरकार, डॉ मिथिलेश चतुर्वेदी थे। डॉ चतुर्वेदी ने आईपीएस मिश्रा के केवल सशक्तिकरण के बजाय, महिला आत्म विश्वास और आत्मसम्मान को बढ़ाने के महत्त्व देने वाली बात का समर्थन किया आर कहा कि मुद्दों की जागरूकता लिंग के पार होनी चाहिए और केवल महिलाओं तक ही सीमित नहीं होनी चाहिए।

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