अमित मिश्रा ( मुम्बई ब्यूरो चीफ)

 

हर साल 14 दिसंबर ‘राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस’ के रूप में मनाया जाता है और 14 दिसंबर से 20 दिसंबर तक ‘राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण सप्ताह’ के रूप में मनाया जाता है। यह संरक्षण दिवस और सप्ताह उपभोक्ताओं को सभी स्तरों पर ऊर्जा की बचत के महत्व से अवगत कराने और तात्कालिकता के समय दैनिक जीवन में ऊर्जा का उपयोग करने के लिए आयोजित किया जाता है।

विभिन्न क्षेत्रों में ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र और ऊर्जा दक्षता के महत्व को ध्यान में रखते हुए, केंद्र सरकार ने ऊर्जा संरक्षण अधिनियम 2001 पारित किया है। इस अधिनियम के माध्यम से, ऊर्जा की खपत को कम करने के लिए विभिन्न योजनाओं को तैयार करने के लिए कई प्रावधान हैं। अधिनियम का एक अन्य प्रमुख हिस्सा ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने और प्रसार करके राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के महत्व के विभिन्न हितधारकों को समझाने के लिए है। लॉकडाउन और ‘घर से काम’ की वजह से देश भर में घरेलु ऊर्जा की खपत काफी बढ़ी है। भारत में बिजली की कुल आवासीय खपत में लगभग 50-60% हिस्सा फैन, टीवी, रेफ्रिजरेटर्स, एयर-कंडीशनर्स और वॉटर हीटर्स जैसे रोज़ाना उपयोग के उपकरणों पर खर्च होने वाली बिजली का है।

वॉटर हीटिंग समाधानों की भारत की सबसे बड़ी प्रदाता राकोल्ड ने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर ग्राहकों को बिजली बचाने का अनुरोध किया है। कंपनी ने कहा है कि बेहतरीन गुणवत्ता के साथ-साथ ऊर्जा-कुशल सुविधाओं वाले सही घरेलु उपकरण चुनें जिससे बिजली बचायी जा सकती है। ऊर्जा का अधिक कुशलतापूर्वक उपयोग और ऊर्जा-कुशल घरेलु उपकरणों के उपयोग से हम पर्यावरण पर ऊर्जा उपयोग से होने वाले प्रभावों को कम कर सकते हैं, साथ ही बिजली के बिलों में बचत भी कर सकते हैं।

अरिस्टोन थर्मो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री. मोहित नरूला ने बताया कि , “इस साल ने हमें एक बहुत बड़ी चेतावनी दी है, हमें महसूस कराया कि प्रकृति और उसके संसाधनों की रक्षा करना कितना महत्वपूर्ण है। हर घर में अगर छोटे-छोटे उपाय किए जाए तो हम पर्यावरण पर होने वाले प्रभाव को कम कर सकते हैं। ऊर्जा संवर्धन और कुशलता के लिए प्रतिबद्ध राकोल्ड लगातार प्रौद्योगिकी-कुशल उत्पाद बनाती आ रही है।  राकोल्ड को 2010 से 2018 तक नौ बार प्रतिष्ठित “बीईई” द ब्यूरो ऑफ़ एनर्जी एफिशियंसी अवार्ड्स से सम्मानित किया गया है, जो कंपनी के लगातार प्रयासों का फल है। यह पुरस्कार ऊर्जा संवर्धन के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”

बिजली मंत्रालय के तहत द ब्यूरो ऑफ़ एनर्जी एफिशियंसी (बीईई) को भारत में ऊर्जा कुशलता पर नियंत्रण और ऊर्जा संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है। उद्योगों द्वारा ऊर्जा संवर्धन के लिए किए गए नवाचारों और प्राप्त की गयी सफलताओं और बीईई स्टार लेबल्ड उपकरणों के विनिर्माताओं को बीईई द्वारा पुरस्कृत किया जाता है। बीईई पुरस्कार ऊर्जा संवर्धन और कुशलता के लिए उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाते हैं।

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