जितेंद्र सिंह भदौरिया, गुजरात
- कहा गायब हो गई गुजरात की 40 हजार महिलाये।
- NCRB की रिपोर्ट से बड़ा खुलासा।
केरल की लड़कियों के लापता होने पर बनी ‘द केरला स्टोरी’ जहां इन दिनों सुर्खियों हैं, तो इसी बीच गुजरात की महिलाओं के लापता होने का चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो एनसीआरबी के मुताबिक पिछले ५ सालो में गुजरात में ४१ हजार से अधिक महिलाएं लापता हो गई हैं। महिलाओं को क्या हुआ? यह पता लगाने में जांच एजेंसियां भी असफल साबित हुई हैं। ये खबर सामने आने के बाद गुजरात के महिला विकास मॉडल पर सवाल उठने लगे है। राज्य सरकार द्वारा २०२१ में विधानसभा में दिए गए एक बयान में बताया गया था कि सिर्फ अमदाबाद और वडोदरा में केवल एक साल (२०१९-२०) में ४,७२२ महिलाएं लापता हो गई थीं। आंकड़ों के मुताबिक के अनुसार 2016 में 7105, 2017 में 7712, 2018 में 9246 और 2019 में 9268 महिलाएं लापता हुईं। साल 2020 में 8290 महिलाओं के लापता होने की सूचना मिली है।
पुलिस अधिकारियों की मानें तो कुछ लापता लड़कियों और महिलाओं को गुजरात के अलावा अन्य राज्यों में भेजा जाता है और वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया जाता है। कई बार उन्हें अन्य कामो में भी लगा दिया जाता है ये भी कहा जा रहा है की पुलिस गुमशुदगी के मामलों को गंभीरता से नहीं लेती है।
ऐसे में अब विपक्षी पार्टिया गुजरात सरकार को इस मुद्दे पर घेरना शुरू कर दिया है आप पार्टी और कांग्रेस ने आकड़ो का हवाला देते हुए सीधे-सीधे गुजरात मॉडल पर सवाल उठाने शुरू कर दिए है उनका कहना है की भाजपा के नेता केरल में महिलाओं के बारे में बात करते हैं, लेकिन देश के पीएम और गृहमंत्री के गृह राज्य गुजरात में ४० हजार से अधिक महिलाएं गायब हैं जिसपर कोई बात नहीं होती