सत्यम ठाकुर, ब्यूरोचीफ, गुजरात.

गुजरात। गुजरात के नवनियुक्‍त भाजपा अध्‍यक्ष सी आर पाटिल के सामने सबसे बड़ी चुनौती हैं पाटीदार समाज…. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष गुजरात में और मजबूत बनाने के लिये पाटीदार समाज को अपने से जोड़ने की कोशीश करनी पड़ेगी। यही वजह हैं कि नवनियुक्त हुए गुजरात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल पाटीदार समाज को भाजपा में जोड़ने के लिये लगातारल दौरा कर रहे हैं।

गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सौराष्‍ट्र के बाद अब उत्‍तर गुजरात के दौरे पर हैं । पाटिल ने यहां अंबा माताजी मंदिर जाकर दर्शन किये यह मंदिर पुरे गुजरात के लिए आस्था का केंद्र है, साथ ही पाटीदार समाज की कुलदेवी मां उमिया के भी दर्शन करने का उंझा में भी कार्यक्रम में शिरकत किया ।

दरअसल पाटिल अगले चुनाव में प्रदेश की सभी 182 सीट पर भाजपा की जीत का दावा कर चुके हैं लिहाजा उसके लिए मेहनत करते दिखना भी चाहते हैं। पाटीदार युवा नेता हार्दिक पटेल सबसे बड़ी चुनौती है इसलिए पाटिल पार्टी के पटेल समुदाय पर खास नजर जमाए हुए हैं। हाल ही में कांग्रेस का प्रभारी प्रमुख हार्दिक पटेल को बनाया गया हे पाटिल महाराष्ट्रीयन है और हार्दिक पटेल गुजराती। ऐसे में अगले चुनावों में मुकाबला दिलचस्प होने की संभावना है। आठ सीटों पर गुजरात में उपचुनाव भी है। ऐसे में दोनों पार्टियां अभी से प्रचार में जुट गई है। पाटिल ने सबसे पहले सोमनाथ से यात्रा की शुरुआत जो सौराष्ट्र को कवर कर पूरी हुई। अब पाटिल उत्तर गुजरात के दौरे पर है और यहाँ वह सभी जिलों का भ्रमण करेंगे।

पाटीदार समाज से जुड़ने की कोशिश

गुजरात भाजपा के नवनियुक्‍त अध्‍यक्ष चंद्रकांत रघुनाथ सी आर पाटिल सौराष्‍ट्र दौरे में पाटीदार समाज की कुलदेवी खोडलधाम के दर्शन करने गये थे। अब 2 से 4 सितंबर के बीच उत्‍तर गुजरात में वे उमिया माता के दर्शन करने पहुंचेंगे । पाटीदार समाज गुजरात में भाजपा का कोर वोटर है, कांग्रेस ने पाटीदार युवा नेता हार्दिक पटेल को अपना कार्यकारी अध्‍यक्ष बनाया है। ऐसे में भाजपा को चिंता है कि पाटीदार मतदाता कहीं उसके हाथ से छिटक नहीं जाए इसलिए पाटिल ने पहले पाटीदार बहुल सौराष्‍ट्र जोन में धुंआधार जनसंपर्क किया तथा पाटीदार समाज से कनेक्‍ट होने की कोशिश की। उनके इस प्रयास का ही परिणाम रहा कि लेउवा पाटीदार समाज की कुलदेवी मां खोडल के कागवडधाम पर उन्‍हें चांदी से तोला गया पाटिल उत्‍तर गुजरात के बनासकांठा, साबरकांठा, पाटण व मेहसाणा का दौरा करेंगे।मेहसाणा आरक्षण आंदोलन का ऐपी सेंटर रहा था तथा हार्दिक पटेल पर अभी भी मेहसाणा जाने पर अदालती रोक है। गुजरात की जिन आठ सीट पर उपचुनाव होना है उनमें से एक भी उत्‍तर गुजरात की नहीं हैं लेकिन पाटिल ने अभी 2022 की चुनावी जंग का ऐलान करते हुए यह दावा भी ठोक दिया है कि लोकसभा चुनाव की तरह भाजपा गुजरात की सभी 182 सीट पर जीत दर्ज करेगी।

गत विधानसभा चुनाव में भाजपा 182 में से 99 सीट ही जीत सकी थी, जिससे पार्टी आलाकमान व नेता संतुष्‍ट नहीं थे लेकिन इस बार पाटिल ने हर सीट पर विशेष तैयारी करने का आह्वान किया है। पाटिल ने कहा एक पेज पर 30 वोटर होते हैं और उसमें से 18 मत हासिल करने का लक्ष्‍य रखेंगे तो जिंदगी में कभी चुनाव नहीं हारेंगे। पाटिल 2009 से लोकसभा के सदस्‍य हैं तथा 2019 के लोकसभा चुनाव में देश में सबसे अधिक छह लाख 89 हजार 668 मतों से चुनाव जीता था। पाटिल ने भाजपा की कमान संभालते ही आठ सीट पर विधानसभा उपचुनाव से पहले सौराष्‍ट्र का दौरा किया। इसके बाद उत्‍तर गुजरात का दौरा कर पार्टी नेता व कार्यकर्ताओं से जनसंपर्क किया। अब उन्‍होंने पार्टी के पूर्व मंत्रियों, पूर्व विधायकों व हारे हुए नेताओं से कहा कि वे अपने क्षेत्र में काम ऐसा करें कि भाजपा को टिकट देने पर मजबूर होना पड़े।मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी ने जहां केंद्र व राज्‍य सरकार की जनहित योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने की बात कही, वहीं उपमुख्‍यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि चुनाव में हार की पीड़ा मुझे पता है जब मैं खुद 2002 में हार गया था लेकिन इससे हताश नहीं होना है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here