मुकेश पाण्डेय, वरिष्ठ पत्रकार, लखनऊ.
चकाचौंध और शोहरत की रंगीन दुनिया में कोकीन, एमडी और एलएसडी जैसे नशीले पदार्थ पार्टियों की शान बनते हैं. | सुशांत सिंह राजपूत, रिया चक्रवर्ती ही नहीं कई नामचीन हैं बॉलीवुड के ड्रग कनेक्शन से जुड़े हैं।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में आरोपी रिया चक्रवर्ती ने उन पर नशा करने का आरोप लगाया. जांच आगे बढ़ी, तो खुद रिया और उनके भाई समेत कई अन्य नशे के कारोबार के आरोपों में घिर गये. नशे में झूमते बॉलीवुड की नजर में चरस, गांजा, अफीम कोई नशा ही नहीं है. चकाचौंध और शोहरत की रंगीन दुनिया में कोकीन, एमडी और एलएसडी जैसे नशीले पदार्थ पार्टियों की शान बनते हैं. नशाखोरी और ड्रग तस्करी के काले कारनामों पर अब जांच एजेंसियों का शिकंजा कस रहा है।
रिया चक्रवर्ती के व्हॉट्सएप पर डिलीट हुई चैट सीबीआइ ने दोबारा हासिल कर ली है. इससे रिया और उसके दोस्तों के ड्रग्स एंगल का खुलासा हुआ. इसी के बाद सीबीआइ ने मामला एनसीबी की तरफ मोड़ दिया. अब तक रिया के भाई शौविक चक्रवर्ती और सुशांत का हाउस मैनेजर सैम्युअल मिरांडा गिरफ्तार हो चुके हैं. संभव है, रिया और उसके कुछ और साथियों की इस मामले में गिरफ्तारी हो. सच तो यह है कि अकेले मुंबई फिल्म उद्योग ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया का फिल्म उद्योग ड्रग्स की बीमारी से ग्रस्त है. अगर यह कहें कि त्रस्त है, तो अधिक मुफीद होगा. यहां ग्लैमर और अकूत धन है और इसके पीछे राजनीति के कारण सत्ता की ताकत भी है. सत्ता और ग्लैमर के संसार में नशे का अलग ही साम्राज्य बन चुका है।
संजय दत्त और फरदीन खान जैसे कई चर्चित चेहरे नशे की गिरफ्त में आ चुके हैं. संजय दत्त की मां नरगिस हर दिन बहुत सारा पैसा देती थीं. इससे संजय की सोहबत बुरी हुई और वे ड्रग्स के चंगुल में जा फंसे. पिता फिरोज खान और चाचा संजय खान के फिल्मी ग्लैमर और अकूत संपदा की चकाचौंध में फरदीन नशे की गिरफ्त में चले गये. उनकी गिरफ्तारी ने बड़ा भूचाल पैदा किया था. तब यह बात उठी कि फिल्म उद्योग में नशेबाजी के खिलाफ मुहिम शुरू होनी चाहिए, लेकिन यह बातों तक ही सीमित रह गयी. फरदीन के मामले में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने अंधेरी के जुहू इलाके में जिस एटीएम पर घेराबंदी की थी, वहां एक राजनेता की बहू के साथ फिल्म जगत का एक मशहूर पार्श्वगायक आनेवाला था. ड्रग पेडलर ने वहां कोकीन लेने फरदीन को भी बुला लिया था. एनसीबी अधिकारी ने फरदीन को ही धर दबोचा. कुछ अर्से तक फरदीन जेल में रहे. अंततः सबूतों के अभाव में फरदीन बरी हो गये. उन्हें एक मशहूर रेडीमेड कंपनी ने ब्रांड एंबेसडर भी बनाया, जिससे यह संदेश गया– ‘ड्रग्स आर कूल’.