राजद पर जदयू का बड़ा आरोप
बन्दना शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार, बिहार
एंकर:—बिहार में आज लालू यादव के जन्मदिन पर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. आरजेडी सुप्रीमो के 73वें जन्मदिन पर जेडीयू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया है और लालू परिवार से जुड़ा बड़ा खुलासा किया. बिहार के जेडीयू नेता और मंत्री नीरज कुमार मीडिया से रूबरू हुए.
ऐसा कोई सगा नहीं जिसे लालू ने ठगा नहीं
नीरज कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि ऐसा कोई सगा नहीं है जिसे लालू यादव ने ठगा नहीं है. उनके नटवरलाल से भी बड़े कारनामे हैं. उन्होंने लालू यादव छह भाई हैं. लेकिन लालू प्रसाद ने अपने भाई से जमीन लिखवाई. नौकरी देने के नाम पर जमीन लिखवा ली.
जेडीयू का आरोप- भाइयों को भी नहीं छोड़ा
जेडीयू ने आरोप लगाया है कि दस्तावेजों से साफ है कि लालू यादव ने भाइयों को भी नहीं छोड़ा है. लाभ दो, जमीन लो का कारनामा उन्होंने किया है. तेज प्रताप के नाम पर जमीन लिखवाई है. लालू प्रसाद यादव के दो बेटे हैं लेकिन तरुण यादव का दस्तावेज में जिक्र है. आखिर तरुण यादव कहां हैं, कौन हैं?
कौन है तरुण यादव?
जेडीयू ने आरोप लगाया है कि लालू यादव के दो बेटे हैं तेजस्वी और तेजप्रताप यादव लेकिन कागजों में तरूण यादव का बेटे के रूप में जिक्र है. जेडीयू ने लालू यादव से पूछा है कि तरुण यादव कौन हैं? इसके बारे में जानकारी उन्हें देनी चाहिए. 1989 में तेज प्रताप का जन्म हुआ, 5 साल की उम्र से जमीन लिखवा दी.
तीसरे बेटे की जानकारी दी
नीरज कुमार ने कहा कि दस्तावेजों में तरूण यादव का जिक्र किया गया है और यह प्रमाणित है. अगर तरुण यादव दत्तक पुत्र हैं तो इसकी भी जानकारी दे दीजिए. उन्होंने कहा है कि संपत्ति की हेराफेरी ही नहीं, बाल अपराध भी किया है. लालू प्रसाद के खेल की फेहरिस्त लंबी है. लालू प्रसाद ने परिवार को छोड़ा और न गांव के लोगों को छोड़ा.
जेडीयू का आरोप- गांव वालों को भी नहीं छोड़ा
जेडीयू ने आरोप लगाया है कि संपत्ति के लिए लालू प्रसाद ने परिवार और गांव के लोगों को नहीं छोड़ा. आखिर जन्मदिन किस बात का मना रहे हैं. राजनीतिक पद को गांव के लोगों से संपत्ति हथियाने में इस्तेमाल किया गया. जन्मदिन पर जश्न नहीं पाप के बारे में सोचिए.
हमने दी खुशी
नीरज कुमार ने कहा है कि उनके जन्मदिन पर इतनी बड़ी खुशी हमने दी है और क्या चाहिए. हमने आरजेडी से गठबंधन शर्तों के साथ किया था. हमने साथ रहकर भी गवर्नेंस पर कोई समझौता नहीं किया. तेजस्वी यादव पर आरोप लगे, तो हमने सफाई देने को कहा। सफाई नहीं दी गयी तो हम अलग हो गए.