डॉ दिलीप अग्निहोत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीर्थाटन व पर्यटन विकास के प्रति सजग है। उनका मानना है कि यह क्षेत्र भी समग्र विकास में प्रमुख योगदान देता है। तीर्थाटन से केवल आस्था ही जुड़ी नहीं होती,बल्कि बड़ी संख्या में लोगों को परोक्ष अपरोक्ष रोजगार भी मिलता है। दुनिया के अनेक देशों पर्यटन के माध्यम से बड़ी मात्रा में राजस्व का सृजन करते है। लेकिन इसके लिए प्रयत्न व तीर्थाटन स्थलों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं होनी चाहिए। योगी आदित्यनाथ इसी दिशा में प्रयास कर रहे है। अयोध्या व काशी में पहले से ही अनेक विकास योजनाएं संचालित हो रही है। अनेक योजनाएं पूर्ण हो चुकी है। अनेक पर समयबद्ध कार्य चल रहा है।
लोकार्पण व शिलान्यास
योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद ही मथुरा वृंदावन के विकास पर ध्यान दिया था। वहां अनेक योजनाएं शुरू की गई। एक सौ बहत्तर करोड़ रुपए की लागत की सैंतालीस परियोजनाओं का लोकार्पण एवं दो सौ उनतालीस करोड़ रुपए की अड़तालीस परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनकी लागत चार सौ ग्यारह करोड़ रुपए है। उन्होंने इससे पूर्व कुम्भ मेला स्थल में संस्कृति विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश ब्रज विकास परिषद की तीसरी बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में विकास परिषद द्वारा अब तक कराए गए विकास कार्यों का अनुमोदन किया गया तथा नए प्रस्तावों और योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
केजरीवाल पर आरोप
नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। अब यहां गंगा जल आचमन योग्य हो गया है। प्रयागराज कुंभ में निर्मल अविरल जल की प्रशंसा पूरी दुनिया में हुई है। प्रदेश सरकार यमुना जी को वैसी ही निर्मल अविरल बनाने का प्रयास कर रही है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2022 तक यमुना जल को स्नान योग्य ही नहीं, बल्कि आचमन योग्य बनाना चाहते हैं। हमने नमामि गंगे परियोजना में सबसे प्रदूषित शहर कानपुर में गंगा को सीवरविहीन बना दिया है। तो दिल्ली सरकार यह काम क्यों नहीं कर सकती।योगी ने कहा यदि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार यमुना को अपने यहां शुद्ध कर ले,तो उत्तर प्रदेश में यमुना की स्थिति सुधारने की जिम्मेदारी हमारी है। यमुनोत्री से लेकर प्रयागराज तक यमुना की पूरी यात्रा में यह दिल्ली में ही सर्वाधिक प्रदूषित है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इसके प्रति लापरवाह है। योगी ने कहा कि यमुना जी से हम सब की,हमारे पूर्वजों की,भगवान कृष्ण की और वृन्दावन की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। इसलिए हमें इसे स्वच्छ और निर्मल बनाने के प्रयास करने चाहिए।
भव्य वृंदावन मेला
योगी आदित्यनाथ परम्परागत आयोजनों को तीर्थाटन वृद्धि में सहायक मानते है। विगत चार वर्षों में ऐसे अनेक आयोजन भव्यता के साथ सम्पन्न हुए है। प्रयागराज कुंभ में अनेक विश्व कीर्तिमान स्थापित हुए। अयोध्या जी में दीपोत्सव व रामलीला दुनिया में प्रतिष्ठित हो रही है। मथुरा वृंदावन की होली भी ऐसे ही आयोजन के रूप में प्रतिष्ठित हो रही है। मुख्यमंत्री मथुरा में हरिद्वार कुंभ के पहले होने वाली वैष्णव बैठक में सम्मलित हुए। ब्रज तीर्थ विकास परिषद हरिद्वार कुंभ से पूर्व वृंदावन में मेले का आयोजन करने जा रही है। यह कार्यक्रम चालीस दिन तक चलेगा। मेला स्थल पर ही बने श्री देवराहा बाबा घाट का लोकार्पण करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने यहां यमुना आरती में भाग लिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने ब्रज तीर्थ विकास परिषद की स्थापना की है और विभिन्न विकास परियोजनाएं भी शुरू की गई हैं। उन्होंने बांके बिहारी मंदिर जाकर दर्शन किए।