मनोज राजपूत
- टूरिज्म के जरिए काशी के धर्म, कला और संस्कृति को विश्वफ्लक तक पोहचाने का प्रयास
- देश के प्रधानमंत्री की सपने की दिशा में गंगा घाट पर एक और परियोजना के रूप में शुरू हुई
- 13 जनवरी को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री इस परियोजना का करेंगे उद्घाटन
- धार्मिक- सांस्कृतिक टूरिज्म हब बनेगा “वाराणसी”
- गंगा घाट पर पर्यटकों को मिलेंगी फाइव स्टार सुविधाएं
गुजरात के कच्छ के रणोत्सव की तर्ज पर अब उत्तरप्रदेश के वाराणसी में भी तंबुओं के शहर में काशी महोत्सव का आयोजन भी किया जाएगा। जनवरी से मई तक कई आयोजनों की शृंखला के जरिये पर्यटकों को जोड़ा जाएगा।
वाराणसी की पावन भूमि पर गंगा घाट किनारे एक अद्भुत टेंटसिटी का निर्माण किया गया है, जिसमें गंगा घाट किनारे अब आलीशान टेंट सिटी में गंगा के अद्भुत नजारे को और वाराणसी की संस्कृति को लोग नजदीक से देख सकते है।
वाराणसी गंगा घाट पर बने Niraan The Tent city वाराणसी के प्रबंधक अमित गुप्ता ने बताया की वाराणसी की पावन धरा में पर्यटकों को काशी के धर्म, कला और संस्कृति से जोड़ने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यहां आनेवाले पर्यटक काशी विश्वनाथ दर्शन और गंगा आरती में विशेष रूप में शामिल हो इसके लिए पूरी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। सैलानियों के पैकेज को भी विस्तार दिया जा रहा है। सैलानियों को पहले नमो घाट आना होगा, फिर नाव विहार संग काशी का अनोखा दर्शन करते हुए गंगा पार टेंट सिटी तक जाया जा सकेगा। इसके लिए क्रूज बोट का इंतजाम भी किया गया हैं।
पैकेज में पूरे बनारस के धर्म, कला और साहित्य को समाहित करने का प्रयास किया गया है। दो रात और तीन दिन या इससे ज्यादा दिन का पैकेज लेेने वाले पर्यटकों को सिटी टूर सहित अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी, गंगा के सुरम्य तट पर बस रही टेंट सिटी तक जाने के लिए नमो घाट पर प्रवेश द्वार बनाया जाएगा।
विशेषता
वाराणसी की पावन धरा पर गंगा घाट पर बना यह Niraan The Tent city में पर्यटक किसी भी टेंट में रुके उन्हें वहां से गंगा मैया की अविरत जल धारा के दर्शन हो इस तरह से विशेष रूप से डिजाइन से बनाया गया हैं।
गौरतलब हैं की 13 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा विलास परियोजना का वर्चयुल उद्घाटन करेंगे और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री विशेष तौर पर इस समारोह में उपस्थित रहेंगे।