डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

बल्लभ भाई पटेल ने परतंत्रता के समय ही एक भारत श्रेष्ठ भारत की कल्पना की थी। इसी के अनुरूप उन्होंने अर्थव्यवस्था रेखंकित की थी। जिसमें गांव व कृषि का विशेष योगदान था। खेड़ा व बारडोली सत्याग्रह के माध्यम से उन्होंने राष्ट्रीय आंदोलन को गांव तक पहुँचाने में विशेष योगदान दिया था। इस संदर्भ में राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल के विचारों से प्रेरणा लेकर हम एक भारत श्रेष्ठ भारत का सपना साकार कर सकते हैं।

केन्द्र सरकार द्वारा कृषकों की उन्नति एवं खुशहाली और कृषि क्षेत्र में व्यापक सुधार के लिए बनाये गये तीन नये कानून बनाये है। यह किसानों की आय दोगुना करने में सहायक होंगे। राज्यपाल ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को नये युग के निर्माण की नींव बताया। कहा कि यह इक्कीसवीं सदी के भारत को नई दिशा देने में सहायक होगी। यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। राष्ट्रव्यापी तथा विस्तृत भागीदारी के कारण यह शिक्षा नीति सही मायनों में राष्ट्रीय अपेक्षाओं और समाधानों को समाहित करती है। नई शिक्षा नीति में तैयार किया गया पाठ्यक्रम आधुनिक भविष्य के दृष्टिकोण से बेहतर और वैज्ञानिक सोच से परिपूर्ण होगा।

आनंदीबेन पटेल ने पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में सरदार वल्लभभाई पटेल की नवस्थापित प्रतिमा का ऑनलाइन लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने महर्षि वाल्मीकि एवं आचार्य नरेन्द्र देव की जयंती तथा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

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