सत्यम ठाकुर, गुजरात
गुजरात एटीएस पिछले चार दिन से पेपर लीक की घटनाओं से जुड़े लोगों पर लगातार नजर रख रही थी. वडोदरा से 15 आरोपियों को प्रश्नपत्रों के साथ गिरफ्तार किया गया जिसके बाद सरकार ने परीक्षा रद्द करने का फैसला बीती रात पुलिस ने बड़ोदरा शहर में एक जगह पर रेड की और वहां से पेपर की कॉपियों के साथ कुछ लोगों को गिरफ्तार किया इसके बाद पूरे राज्य में परीक्षाएं रद्द कर दी गई लेकिन जब तक परीक्षार्थी परीक्षा केंद्रों पर पहुंच चुके थे परीक्षा रद्द होने के बाद पूरे राज्य में विद्यार्थियों ने आज आंदोलन किया नारेबाजी की सरकार ने भी कुछ रियायत दी और वापसी के लिए परीक्षार्थियों के लिए मुफ्त परिवहन की व्यवस्था की राज्य सरकार की बसों में परीक्षार्थियों को बिना किराए के वापस जाने की व्यवस्था की लेकिन इसके बावजूद भी लोगों का आक्रोश था नहीं विपक्ष ने भी लगातार सवाल दागे पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है की पेपर लीक करने वाले आरोपियों में से 10 लोग बिहार के रहने वाले हैं जबकि पांच आरोपी उड़ीसा के रहने वाले हैं और 5 लोग गुजरात के रहने वाले हैं।
मुख्य आरोपी प्रदीप नायक के कहने पर वडोदरा की STAKEWISE TECHNOLOGY में जमा हुए थे।प्रदीप हैदराबाद से कल वहां ओरिजनल पेपर लेकर पहुंचा था।
ATS की टीम ने रात डेढ़ बजे वहां छापा मारा और सभी को धर दबोचा इस मामले में गुजरात पुलिस ने 16 वे आरोपी की गिरफ्तारी हैदराबाद से की है अब तक की पूछताछ में खुलासा हुआ है जीत नायक नामक शख्स जो उड़ीसा का रहने वाला है और उसी प्रिंटिंग प्रेस का कर्मचारी है जहां पर यह पेपर छापे गए थे उसने यह पेपर ₹30000 में बेचा था और फिलहाल जीत नायक पुलिस की हिरासत में है।
पेपर लीक कांड मामले में अहमदाबाद से केतन बारोट नाम के एक शख्स को भी एटीएस ने गिरफ्तार किया है
केतन बारोट इससे पहले भी सीबीआई द्वारा एक आरोप में तिहाड़ जेल में सजा काट चुका है केतन बारोट अहमदाबाद में दिशा कंसलटेंसी के नाम से संस्था चलाता था।
हैदराबाद से ₹30000 में पेपर लीक हुआ जीत नायक में ₹30000 में पेपर प्रदीप नायक को दिया। जीत और प्रदीप दोनों ही ओडिशा से हैं प्रदीप के पास से यह पेपर मुरारी पासवान के पास गया। मुरारी ने भास्कर चौधरी को दिया इस तरह एक के बाद एक कड़ियां खुलती जा रही है। हैदराबाद से पकड़े गए आरोपियों को पुलिस अहमदाबाद लाने का प्रयास कर रही है और अन्य राज्यों से पुलिस की टीम में भी दी गई जो आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही हैं जब पूरी गैंग गिरफ्त में आएगी तब जाकर यह तय हो पाएगा कि किस आरोपी का क्या भूमिका रही है।
फिलहाल इस पूरे प्रकरण में राज्य में राजनीति गरमा गई है विपक्ष आक्रामक हो गया है नई नवेली भूपेंद्र सरकार की पहली परीक्षा का पेपर लीक हो गया है तो सरकार पर सवाल उठना लाजमी है और अब 100 दिनों के अंदर दोबारा से पेपर कराए जाने की बात सरकार कर रही है 9:30 लाख परीक्षार्थी इस परीक्षा में बैठने वाले थे जिनका भविष्य एक बार फिर अधर में लटक गया है।