डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को कोरोना आपदा प्रबंधन पर राष्ट्र को संबोधित किया। इसी दिन सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव द्वारा वैक्सीन टीका लगवाया। यह दोनों प्रसंग बिल्कुल अलग है। इनके बीच कोई संबन्ध देखना अजीब लग सकता है। लेकिन नकारात्मक राजनीति के इस दौर में ये दोनों ही प्रकरण सकारात्मक सन्देश देने वाले है। नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में पिछले कुछ समय से जारी नकारात्मक राजनीति का उल्लेख किया। ऐसा करने वालों ने हर कदम पर भ्रम फैलाया। ऑक्सीजन से लेकर वैक्सिनेशन तक इसके दायरे में थे। लेकिन इन बातों को पीछे छोड़ते हुए नरेन्द्र मोदी ने सभी राज्यों में वैक्सिनेशन व गरीबों को राशन वितरित करने का संकल्प दोहराया। यह उनके सकारात्मक रुख की अभिव्यक्ति थी। मुलायम सिंह यादव ने भी वैक्सीन टीका लगवा कर सकारात्मक सन्देश दिया है। उन्होंने इसमें कोई राजनीति नहीं देखी। भारत के वैज्ञानिकों ने वैक्सीन का निर्मांण कर दुनिया में देश का गौरव बढ़ाया है। देश के सभी लोगों को उनका सम्मान करना चाहिए। मुलायम सिंह ने बिना कुछ कहे बड़ा सन्देश दिया है।

80 करोड़ लोगों को राशन

सरकार का विरोध व करना विपक्ष का अधिकार है। लेकिन खासतौर पर संकट काल में सरकार कुछ अच्छा करे तो उसका समर्थन करना चाहिए। सरकारी मशीनरी चिकित्सकों आदि का उत्साह बढ़ाना चाहिए। इससे अंततः विपक्ष की छवि बेहतर बनती है। लेकिन भारत में ऐसा नहीं हो सका। अस्सी करोड़ गरीबों को निःशुल्क राशन देने का निर्णय सराहनीय था। नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब लॉकडाउन लगाना पड़ा तो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत अस्सी करोड़ देशवासियों को आठ महीने तक मुफ्त राशन दिया गया। दूसरी वेव के कारण मई और जून के लिए भी ये योजना बढ़ाई गई। आज सरकार ने फैसला लिया है कि इस योजना को अब दीपावली तक आगे बढ़ाया जाएगा। सरकार गरीब की हर जरूरत के साथ उसका साथी बनी है।

वैक्सीन पर व्यर्थ विवाद

वैक्सीन पर तो पहले दिन से ही जम कर नकारात्मक राजनीति हुई। इसके बाद भी आमजन इससे भ्रमित नहीं हुआ। देश में तेईस करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दी जा चुकी है। वैज्ञानिक बहुत ही कम समय में वैक्सीन बनाने में सफलता हासिल कर लेंगे। इसी विश्वास के चलते जब हमारे वैज्ञानिक अपना रिसर्च वर्क कर रहे थे, तभी हमने तैयारियां कर ली थीं। अप्रैल में जब कोरोना के कुछ हजार केस थे,तभी केंद्र ने वैक्सीन टास्क फोर्स का गठन कर दिया था। भारत के लिए वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को हर तरह से सपोर्ट किया गया। वैक्सीन निर्माताओं को क्लीनिकल ट्रायल में मदद की गई। रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए जरूरी फंड दिया गया। आत्मनिर्भर पैकेज के तहत मिशन कोविड सुरक्षा के जरिए हजारों करोड़ रुपए उपलब्ध कराए गए। पिछले कई समय से देश जो लगातार प्रयास कर रहा है, उससे आने वाले दिनों में वैक्सीन की सप्लाई बढ़ने वाली है। नरेंद्र मोदी ने कहा इतने कम समय में वैक्सीन बनाना बहुत बड़ी उपलब्धि
देश में सात कंपनियां अलग-अलग वैक्सीन का प्रोडक्शन कर रही हैं।

आशंकित थे कई मुख्यमंत्री

मोदी ने किसी का नाम नहीं लिया। लेकिन जगजाहिर है कि कई मुख्यमंत्री स्वयं ही सभी अधिकारों के लिए बेकरार थे। उन्हें केंद्र का सहयोग पसन्द नहीं था। वह स्वास्थ्य को राज्यों का विषय बता रहे थे। लेकिन ये राज्य उचित व्यवस्था में विफल रहे। पूछा जाने लगा कि सबकुछ भारत सरकार ही क्यों नहीं तय कर रही। राज्य सरकारों को छूट क्यों नहीं दी जा रही। लॉकडाउन की छूट राज्य सरकारों को क्यों नहीं मिल रही है। वन साइज डज नॉट फिट फॉर ऑल की दलील दी गई। कहा गया कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है इसलिए इस दिशा में शुरुआत की गई। मोदी ने कहा कि केंद्र ने एक गाइडलाइन बनाकर राज्यों को दी ताकि वे अपनी सुविधा के अनुसार काम कर सकें।

वैक्सीन आई तो शंकाओं-आशंकाओं को बढ़ाया गया। जब से भारत में वैक्सीन पर काम शुरू हुआ,तभी से कुछ लोगों ने ऐसी बातें कहीं जिससे आम लोगों के मन में शंका पैदा हुई। कोशिश ये भी हुई कि वैक्सीन निर्माताओं का हौसला पस्त हो,बाधाएं आईं। भारत की वैक्सीन आई तो अनेक माध्यमों से शंका और आशंका को बढा़या गया। भांति भांति के तर्क प्रचारित किए गए। जो लोग वैक्सीन को लेकर आशंका और अफवाहें फैला रहे हैं,वो भोले-भाले भाई-बहनों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी अफवाहों से सतर्क रहने की जरूरत है। देश वैक्सीनेशन को तेज गति से संचालित किया जाएगा।

योगी ने किया स्वागत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री की घोषणाओं का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में पूरा देश कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मजबूती से लड़ रहा है। कोरोना की प्रथम वेव में पूरे देश में जीवन और जीविका को सफलतापूर्वक बचाने के बाद जिस मजबूती के साथ देश को प्रधानमंत्री का नेतृत्व प्राप्त हुआ, उससे देश दूसरी लहर को भी पूरी तरह नियंत्रित करने के नजदीक है। योगी आदित्यनाथ ने अठारह वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों के लिए राज्यों को निःशुल्क कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराए जाने तथा ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ को दीपावली तक विस्तारित किए जाने के भारत सरकार के निर्णयों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है।

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