भूमिका, संवाददाता, गुजरात
कोरोना का नाम सुनते ही लोग घबरा जाते हैं लेकिन इस कठिन समय मे कुछ लोग मानवता की मिशाल पेश कर रहे है। कहते हैं न कि जहां चाह वही राह हैं। आज हम आपको एक ऐसे मिशाल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आपको लगेगा कि आज भी धरती पर फरिस्ते रहते हैं।
कोरोना काल मे आम आदमी से लेकर सरकार तक लाचार है लेकिन कुछ लोग इस आपदा काल मे मानवता की मिशाल पेश कर रहें है। गुजरात के राजकोट जिले में कोरोना ने कहर बरपाया है. यहां हर रोज कोरोना के रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे है। ऐसे में जिले के जेतपुर गांव में मरीजो की परेशानी को देखते हुए गांव की ही जेठुर भाई वाला ने अपना घर कोरोना अस्पताल में परिवर्तित कर दिया है।
घर के सारे फर्नीचर को हटा दिया है और पूरे तीन मंजिला घर को अस्पताल बना दिया है। तीन मंजिला घर मे पहले मंजिल पर मरीज भर्ती किये गए है जबकि दूसरी मंजिल पर मरीज के परिजनों को रुकने की व्यवस्था की गई है। मरीजो के लिए ओक्सिजन का भी इंतजाम किया गया है मरीजो को दवा पानी और भोजन भी मुफ्त दिया जा रहा है हालांकि जेठुर भाई कोई डॉक्टर नहीं है फिर भी मानवता की मिसाल पेश कर कोविड सेंटर बनाया है यहां जेठुर भाई डाक्टरो से विजिट करवातें है और उनकी फीस भी खुद भरते है समय समय पर डॉक्टरों को बुलाकर मरीजो को इलाज करवा रहे है पूरा परिवार मरीजो की सेवा में लगा हुआ है ऐसे लोगो को देखते हुए यह लगता है कोरोना हारेगा मानवता जीतेगी इनके सेवा भाव को देखते हुए कुछ लोग और भी आगे आये है और सेवा कार्य मे जुट गए है