मुंबई. सिक्यूरिटी गार्ड बोर्ड मे जमा धन से निजी सुरक्षा रक्षकों की मदद करने की मांग सिक्यूरिटी एसोसिएशन ने की है। इस लॉकडाउन के समय मे मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र मे लगभग 6 लाख प्राईवेट सिक्यूरिटी गार्ड अपनी सेवायें दे रहे हैं।
इस संबंध मे सिक्यूरिटी एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह ने राज्य के श्रममंत्री दिलीप वलसे पाटिल से मांग की है कि सिक्यूरिटी गार्ड बोर्ड से निजी सुरक्षा रक्षकों की आर्थिक मदद की जाय। उन्होने इस मांग को लेकर श्रममंत्री को एक पत्र लिखा है।
पत्र के माध्यम से एसोसिएशन ने लेबर मिनिस्ट्री का ध्यान सिक्यूरिटी गार्ड बोर्ड की ओर दिलाया है, जिसमे करोड़ो रुपये गार्डों की कमाई का जमा है। सरकार द्वारा संचालित सिक्यूरिटी गार्ड बोर्ड रजिस्टर्ड सिक्यूरिटी कंपनियों से 3 प्रतिशत लेवी लेती है। यह पैसा गार्डों के वेतन से काटकर जमा कराया जाता जिसे सिक्यूरिटी वेल्फेयर पर खर्च किया जाता है। पिछले कई सालों से इस पैसे का कोई उपयोग नही हो रहा है। एसोसिएशन की मांग है की इस राष्ट्रीय आपदा के समय सरकार गार्डों के स्वास्थ्य व आर्थिक संकट आदि पर सिक्यूरिटी गार्ड बोर्ड से राहत पहुंचाये। इसके आलावा सरकार अगले 6 महिने तक 3 प्रतिशत लेवी की वसूली बंद करे।
एसोसिएशन ने मांग किया है कि हाल ही मे अपना फर्ज निभाते हुये तयप्पा बालू मोरे नाम के एक गार्ड की कोविड-19 से मौत ही गई। इस गार्ड के परिवार को सिक्यूरिटी गार्ड बोर्ड मे जमा फंड से विशेष आर्थिक मदद की जाय। इस संकट की स्थिति मे निजी सुरक्षा गार्ड बैंक, ट्रांसपोर्ट, कंपनियों, हाऊसिंग सोसायटीयों आदि की सुरक्षा मे अपनी महत्तवपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं।