बन्दना शर्मा, ब्यूरो चीफ, पटना
विधान परिषद के लिए राष्ट्रीय जनता दल के तीन उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र भरने विधानमंडल पहुंचे। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ आरजेडी उम्मीदवार सुनील कुमार सिंह, फारुख शेख और रामबली सिंह विधानमंडल पहुंचे। इन तीनों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया । विधान परिषद के लिए बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील सिंह का नाम सबसे ऊपर था। सुनील सिंह लालू यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। वह लगातार रिम्स में लालू यादव से मुलाकात के लिए भी जाते रहे हैं और साथ ही साथ आरजेडी की तमाम बड़ी रैलियों में उनकी बड़ी भूमिका रही है। अब सुनील सिंह को इसका इनाम मिला है। पार्टी की तरफ से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सुनील सिंह ने लालू यादव के साथ-साथ राष्ट्रीय जनता दल का आभार जताया है। सुनील सिंह ने कहा है कि वह अपने अभिभावक लालू यादव की तरफ से दिए गए दायित्वों को पूरी तरह निभाएंगे।
आरजेडी के दूसरे उम्मीदवार फारुख शेख बनाए गए हैं । फारुख शिवहर जिले से आते हैं लेकिन उनका मुंबई में लंबा चौड़ा कारोबार है। फारुख शेख का आरजेडी से कोई पुराना वास्ता नहीं रहा है और वह पैराशूट से सीधे आरजेडी में लांच होकर विधान परिषद जाने वाले हैं। उनकी उम्मीदवारी को लेकर पार्टी के अंदर थोड़ी नाराजगी भी थी लेकिन तमाम बातों को खारिज करते हुए आरजेडी नेतृत्व ने फारुख शेख को परिषद भेजने का फैसला किया है।आरजेडी के तीसरे उम्मीदवार प्रो रामबली सिंह हैं। चंद्रवंशी समाज से आने वाले रामबली सिंह बीएन कॉलेज के प्रोफेसर हैं। इनका नाम भी लगातार रेस में बना हुआ था। इनकी टक्कर चंद्रवंशी समाज से आने वाले दूसरे उम्मीदवार अशोक आजाद चंद्रवंशी से थी। रामबली सिंह के ऊपर बीएन कॉलेज में छात्र के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप लग चुका है। उनपर 1993 में भी ऐसा ही आरोप लगा था बावजूद इसके पार्टी ने उनको विधान परिषद भेजने का फैसला किया है।