बन्दना शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार, बिहार.
जहां लागातार बिहार की राजधानी पटना में सीयासत का पारा लगातार चढ़ रहा हैं वही दूसरी तरफ रालोसपा का कार्यालय तोड़ने पहुचे अधिकारीयों ने तो सियासत को और भी हवा दे दी हैं। आज राजधानी पटना के ईस्ट गार्डिनर रोड स्थित रालोसपा के कार्यालय सहित सभी सरकारी क्वार्टरों को तोड़ने के लिए जिला प्रशासन पटना की ओर से मजिस्ट्रेट सहित तमाम सरकारी अधिकारी आएं । इसको लेकर काफी हंगामा हुआ हैं। देखते ही देखते वहां रालोसपा के कई कार्यकर्ता इक्ठ्ठा हो गये। जिसको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने कड़ी व्यवस्था की।
उस दौरान रालोसपा नेताओं का कहना था कि रालोसपा कार्यालय की ओर से नियमित भाड़ा और बिजली बिल दिया जाता है । उसके बाउजूद जिला प्रशासन की टीम बिना किसी नोटिस के कार्यालय तोड़ने पहुंची ।
लेकिन वही मजिस्ट्रेट का कहना था कि वो जिला प्रशासन के आदेश के बाद वहां पहुंचे है और उस जगह पर सरकारी भवन का निर्माण किया जाएगा ।
रालोसपा के वकील डॉ फूलन यादव ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है । उन्होंने कहा है कि यह इलाका 1986 बिल के अनुसार पब्लिक प्लेस है । इसका याचिका पटना हाई कोर्ट में दायर है । इसके बाउजूद जिला प्रशासन ने भवन निर्माण के अधिकारियों और ठेकेदारों के साथ मिलकर यह कदम उठाया है ।