डॉ दिलीप अग्निहोत्री
उत्तर प्रदेश सरकार कोरोना आपदा में जरूरतमंदो को खाद्य सामग्री व पीड़ित लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के प्रति गम्भीर रही है। इसी के साथ कोरोना से बचाव के लिए भी वह निरंतर प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बस्ती व गोरखपुर दौरे से भी यह प्रमाणित हुआ। अब वह लखनऊ से बाहर जाकर भी सभी व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे है। यहां पर उन्होंने खाद्य वितरण, चिकित्सा सुविधा, अनलॉक में बचाव,श्रमिकों की सुविधा आदि की जानकारी प्राप्त की,निरीक्षण किया,और जिले के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में खाद्य वितरण का छठा कथा चरण प्रारम्भ होने जा रहा है। जिन जरूरतमंद व्यक्तियों के राषन कार्ड नही बने है, उनका राशन कार्ड शीघ्रता से बनवाया जाए। ऐसे निराश्रित व्यक्तियों, जिन्हें तत्काल राषन उपलब्ध नहीं कराया जा सकता, उन्हें एक हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से आच्छादित न होने वाले बीमार व्यक्ति को दो हजार रूपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जाएगी। निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु पर अंत्येष्टि के लिए पीड़ित परिवार को पांच हजार रूपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जाए। योगी आदित्यनाथ कोरोना से बचाव के प्रति भी सजग है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रायः सभी गतिविधियां प्रारम्भ होने की दशा में विशेष सतर्कता आवश्यक है।
इस दौरान संक्रमण से बचाव हेतु मास्क फेस कवर का प्रयोग व सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा। इसे सुनिश्चित करने के लिए पुलिस विभाग को और अधिक सक्रिय किया जा रहा है। वापस लौटे सभी श्रमिकों कामगारों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इन्हें होम क्वारंटीन कराया जाए तथा निगरानी समितियों के माध्यम से इनका प्रभावी सर्विलांस सुनिश्चित किया जाएगा। पूर्वांचल के संचारी रोगों पर नियंत्रण हेतु योगी सरकार प्रभावी कदम उठाती रही है। इससे उल्लेखनीय सुधार भी हुआ है। कोरोना के साथ ही इन बीमारियों पर भी योगी का ध्यान है। उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु आने वाली है। इसमें डेंगू, इंसेफेलाटिस आदि बीमारियों का भी प्रकोप होता है। इसके दृष्टिगत ग्रामीण एवं शहरी सभी इलाकों में साफसफाई व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए।
कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों की व्यवस्था सुदृढ की जाए। कोविड अस्पतालों में डाॅक्टर एवं पैरा मेडिकल स्टाफ निरन्तर राउण्ड लें। मरीजों की स्थिति के बारे में उनके परिवार को नियमित रूप से जानकारी दी जाए। मरीजों के कमरों में स्वच्छता एवं सेनेटाइजेसन का विषेष ध्यान रखा जाए। मरीजों को गुनगुने पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। वापस लौटे श्रमिकों कामगारों को स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। पटरी दुकानदारों आदि व्यवसायियों को प्रधानमंत्री द्वारा घोषित विशेष आर्थिक पैकेज का लाभ दिलाया जाएगा।
स्वयं सहायता समूहों को अलग अलग कार्य आवंटित कर महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। उनके उत्पादों की मार्केटिंग एवं ब्रान्डिंग भी करायी जाएंगी। ग्रामीण क्षेत्र में श्रमिकों कामगारों को मनरेगा तथा कृषि और उससे जुड़े हुए विभागों के तहत रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है। इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर जिला अस्पताल के इमरजेंसी वाॅर्ड का निरीक्षण किया। चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश भी दिए