डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

प्रख्यात राष्ट्रवादी चिंतक दीनदयाल उपध्य्याय अंत्योदय व ऐकात एकात्म मानववाद मानववाद के प्रणेता थे। उन्होंने राजनीति व समाज सेवा के उच्च प्रतिमानों की स्थापना की थी। व्यवस्था में बदलाव उनका मूल उद्देश्य था। वह भारतीय जनसंघ के सह संस्थापक थे। उन्हीं के सपनों को भाजपा की सरकारें साकार कर रही है,उन्हीं की प्रेरणा से पार्टी के कार्यकर्ता समाज सेवा के प्रति सजग रहते है। लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उनके विचारों से पार्टी और समाज को हमेशा प्रेरणा मिलती है। उनसे प्रेरणा लेकर सरकार हर तबके तक विकास की योजनाएं पहुंचा रही है।

छह वर्ष में प्रगति

दीनदयाल उपाध्याय समाज के सर्वाधिक वंचित वर्ग को विकास में मुख्यधारा में शामिल करना चाहते थे। वर्तमान केंद्र व प्रदेश सरकार इसके दृष्टिगत अभूतपूर्व कार्य कर रही है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी ने सोचा नहीं था कि भारत जैसे देश में 6 वर्ष के अंदर 2 करोड़ लोगों को आवास मिल जाएगा,10 करोड़ लोगों को शौचालय मिल जाएगा, 8 करोड़ लोगों को रसोई गैस सिलेंडर मिल पाएंगे,35 करोड़ गरीबों के जनधन अकाउंट खुल पाएंगे। इसकी प्रेरणा के असली स्रोत दीननयाल उपाध्याय हैं। उन्हीं के विचारों से पार्टी और समाज को हमेशा प्रेरणा मिली। उनसे प्रेरणा लेकर सरकार हर तबके तक विकास की योजनाएं पहुंचा पा रही है। हमारा ध्येय की दीनदयाल की जी आदर्श मूल्यों का लाभ आम लोगों को दिलाने की है।

केंद्र व राज्य सरकार की जन कल्याणकारी, राष्ट्र हितैषी और विकासपरक योजनाओं पर अमल के लिए हमें उन्हीं की सोच से प्रेरणा मिलती है। सरकार की अंत्योदय योजनाएं उन्हीं की सोच से प्रभावित है।

मोदी ने किया स्मरण

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। भाजपा मुख्यालय में गुरुवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं व सांसदों ने पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने पार्टी सांसदों को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के कृतित्व और व्यक्तित्व की चर्चा करते हुए उनके दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ने की बात कही। प्रधानमंत्री ने पंडित दीनदयाल के एकात्म मानवतावाद और अंत्योदय के सिद्धांतों को अमल में लाते हुए शोषित, वंचित जनों के कल्याण के लिए पार्टी के सांसदों व नेताओं से कार्य करने की अपील की।

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