डॉ दिलीप अग्निहोत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 1963 में होमगार्ड्स बल की स्थापना के समय प्रदेश भर में मात्र 2,000 होमगार्ड्स जवानों को प्रतिदिन शान्ति व्यवस्था ड्यूटी पर लगाये जाने के अवसर उपलब्ध थे। पूर्व की सरकार में प्रतिदिन होमगाड्र्स स्वयंसेवकों का प्रतिस्थापन लगभग 55,000 था। वर्तमान सरकार होमगाड्र्स स्वयंसेवकों के प्रति सदैव संवेदनशील रही है। इनकी कार्य क्षमता एवं उपयोगिता को देखते हुए उनकी ड्यूटी प्रतिस्थापन में निरन्तर अभिवृद्धि की गयी। वर्तमान समय में प्रदेश में उपलब्ध समस्त 90,000 होमगाड्र्स स्वयंसेवक प्रतिदिन विभिन्न ड्यूटियों हेतु प्रतिस्थापित हो रहे हैं। जिससे उनकी आजीविका एवं परिवार का भरण पोषण हो रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि होमगार्ड स्वयंसेवकों तथा अवैतनिक होमगार्ड अधिकारियों की सेवावधि में अधिवर्षता से पूर्व मृत्यु अथवा अपंगता की स्थिति में उनके नाॅमिनी या उत्तराधिकारी अथवा उनको पांच लाख रुपए की अनुग्रह राशि राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी। वर्तमान में होमगार्ड स्वयंसेवकों तथा अवैतनिक अधिकारियों की मृत्यु अथवा अपंगता की स्थिति में उनके परिजनों या उन्हें कल्याण कोष के ब्याज की धनराशि से सहायता प्रदान की जाती है। इस व्यवस्था से प्रभावित होमगार्ड स्वयंसेवकों तथा अवैतनिक अधिकारियों में से बीस प्रतिशत ही लाभान्वित हो पाते हैं। होमगार्ड स्वयंसेवकों तथा अवैतनिक अधिकारियों की सेवावधि में मृत्यु अथवा अपंगता की स्थिति में सभी प्रभावित को सहायता प्रदान करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री यहां उत्तर प्रदेश होमगार्ड्स स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।