ताकि देश बचा रहे
रख दो तुम अपनी कलम
यदि सही को सही लिख नहीं सकते
बंद कर लो अपनी आँखें
गलत देखकर तुम
ग़लत कह नहीं सकते !
बंद कर लो अपने दोनों कानों को
सही सुन कर यदि
किसी से
सही कह नहीं सकते
बंद कर लो अपनी आवाज़
सदा सदा के लिए यदि
यह सब देख सुन कर
तुम चीख नहीं सकते
तुम्हारा मौन तुम्हें
अपाहिज़ बना देगा!
यदि तुम
सच लिखना चाहते हो?
सच बोलना चाहते हो ?
सच देखना चाहते हो तो?
चीखों
ज़ोर से चीखों
ताकि
वर्षों से सुप्त पड़ी इंद्रियां
जागृत हों !
देश अपाहिज़ों का देश न बने
देश के प्रति
अपना फ़र्ज़ निभाओ
अपने और
अपने देश वासियों के प्रति
सही माने में न्याय करो ।।