सत्यम सिंह ठाकुर, गुजरात
57 नगर पालिकाओं का खजाना खाली, 311 करोड़ का बिजली बिल नहीं चुकाया
लचर प्रशासनिक व्यस्था के चलते गुजरात में नगर पालिकाओं की वित्तीय स्थिति एकदम खस्ता हो गई है । अधिकांश नगर पालिकाओं का खजाना खाली हो चूका है। राज्य में नगर पालिकाओं की हालत इतनी खस्ता है कि बिजली बिल चुकाने के भी पैसे नहीं है। एक जानकरी की मुताबिक 57 नगर निगम द्वारा 311 करोड़ रूपये के बिजली बिल का भुगतान नहीं किया गया है जिसके चलते इन नगर निगमों में स्ट्रीट लाइट बंद होने से कभी भी रस्ते अंधेरो में डूब जायेगे।
राजस्व में गिरावट के कारण नगर पालिकाएँ आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं। पानी सहित विभिन्न करों की वसूली में नगर निगम व्यवस्था सख्त नहीं होने का कारण आमदनी घटी है वही चुनावो के मद्देनज़र जन प्रतिनिधि कड़क उगाही के लिए रोकते वही नगर पालिका के पास आय का कोई जरिया नहीं है। अहम बात यह है कि टैक्स की रकम बढ़ाने का भी सुझाव दिया गया है, लेकिन सरकार खुद इसे लागू करने के मूड में नहीं है।
बिजली बिल चुकाने में असमर्थ नगर पालिकाओं की हालत यह हो गई है कि इन नगर पालिकाओं को सरकार को प्रस्ताव सौंपकर 4 फीसदी ब्याज पर कर्ज लेकर बिजली बिल का भुगतान करने की नौबत आ चुकी है क्यूंकि ऐसा नहीं किया तो स्ट्रीट लाइट बंद हो जाएगी