सत्यम सिंह ठाकुर, गुजरात
राज्य में १३ हजार से ज्यादा शिक्षकों की जगह खाली
गुजरात में चल रहे विधानसभा सत्र में चौकाने वाली हकीकत सामने आयी है जिसमे छात्रों द्वारा दी गई परीक्षा की उत्तर पुस्तिका में अंको का गलत मूल्यांकन करने के चलते 9218 शिक्षको को दण्डित किया गया है ,साल 2022,–2023 के दौरान हुई इस गलती के लिए इन शिक्षकों से १ करोड़ 54 लाख रूपये का दंड वसूला जाना है।
विधानसभा में कांग्रेस विधायक किरीट पटेल के सवाल का जवाब देते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री कुबेर डिंडोर ने कहा कि 2022 और 2023 में 10वीं कक्षा के 3,350 और 12वीं कक्षा के 5,868 ने बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में अंकों की गणना में गलतिया की थीं।इस गलती के लिए दो साल की अवधि में 9,218 स्कूली शिक्षकों पर 1.54 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया।जो प्रति शिक्षक औसत जुर्माना लगभग 1,600 रुपये लागू होता है ।
इन 9,218 दोषी शिक्षकों में से दसवीं और बारहवीं के मिलकर 6,561 शिक्षक पहले ही 1 करोड़ रुपये से कुछ अधिक जमा कर चुके हैं। जबकि बाकी शिक्षकों को जुर्माने के लिए नोटिस दी जा चुकी है। यहाँ आपको ये भी बताते चले की इसी विधानसभा में ये भी बताया गया की गुजरात में सरकारी और अनुदानित माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में कुल 13013 शिक्षकों के पद खली है जो भरे जाने है
नेता विपक्ष ने आरोप लगाया की इन शिक्षकों की भर्ती करने की बजाय सरकार 11 महीने के करार पर ज्ञान सहायकों की भर्ती कर रही है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।