डॉ ध्रुव कुमार त्रिपाठी, एडिटर इन चीफ, टोटल समाचार

 

राजीव गांधी स्टडी सर्कल की राष्ट्रीय इकाई के निर्देशन एवं इकाई के संयोजन में आज सरदार पटेल की जयन्ती तथा इन्दिरा गांधी के बलिदान दिवस पर एक राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित हुआ। वेबिनार में वक्ताओं ने कहाकि स्वतंत्र भारत की अंतरिम सरकार के उप प्रधानमंत्री लौहपुरुष सरदार पटेल ने गृहमंत्री के रूप में जहां राष्ट्रीय एकीकरण के महान शिल्पी की भूमिका निभाई, वहीं आगे चलकर प्रधानमंत्री के रूप में आइरन लेडी इन्दिरा गांधी ने भारत की अखंडता की वेदी पर ही अपने प्राणों का बलिदान दिया।

वक्ताओं ने कहाकि लंबे संघर्ष से मिली अजादी के बाद देश के एकीकरण एवं उस आजादी को दुनिया के सबसे बड़े संवैधानिक लोकतंत्र के रूप में तराशने वाली अग्रणी नेतृत्व पंक्ति के महानायक सरदार पटेल का योगदान देश भुला नहीं सकता। एकीकृत भारत में एकीकरण एवं लोकतंत्र के साथ राजशाही का सामंती युग इतिहास में समा गया। तृतीय प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी ने पूर्व नरेशों के प्रिवीपर्स एवं विशेषाधिकार उन्मूलन तथा दूसरे चरण के भूमि सुधारों के साथ सामंतशाही के अवशेषों का भी अंत कर दिया। उनके काल में द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद की सबसे बड़ी सामरिक जीत 1971 में भारत के खाते में दर्ज हुई, बैंक राष्ट्रीयकरण द्वारा भारत के गावों का बैंकिंग से पहली बार परिचय हुआ और उसके साथ हरित क्रांति ने ग्रामीण विकास के नये युग का सूत्रपात किया। साथ ही भारत परमाणु शक्ति सम्पन्न श्रेणी में पोखरन परीक्षण के बाद शुमार हुआ।

संगोष्ठी की अध्यक्षता सर्कल के प्रभारी राष्ट्रीय समन्वयक प्रो. सतीश कुमार ने वाराणसी से की तो, कोटा के समन्वयक डा.अनुज विलियम्स के संयोजन में हुये वेबिनार में मुख्य अतिथि प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री डा.सुभाष गर्ग एवं मुख्य वक्ता राजस्थान राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद् अध्यक्ष डा. डी.एस.चूड़ावत रहे। वेबिनार को सम्बोधित करने वालों में शामिल थे सर्वश्री प्रो.पी.कंडास्वामी (तमिलनाडु समन्वयक, चेन्नई), डा.विनोद चन्द्रा (उ.प्र.समन्वयक, लखनऊ), डा.सुवा लाल जांगू (मिजोरम समन्वयक), प्रो.पी.आर. व्यास (उदयपुर), डा.सुनीता (अजमेर), डा.देवेन्द्र परमार (धौलपुर) तथा कोटा से सर्वश्री प्रो. गोपाल सिंह, डा.आर.के.उपाध्याय- कुलसचिव, डा.हुकुम चन्द जैन, प्राचार्यद्वय डा. जयन्त विजयवर्गीय एवं डा.अनीता कोठारी, डा.गुलाम नबी, ड.युवराज परिहार, डा. बी.एम.व्यास और दिल्ली से राष्ट्रीय विद्यार्थी सचिव डा.प्रमोद पाण्डेय। डॉ ध्रुव कुमार त्रिपाठी (संयोजक, लखनऊ, आरजीएससी)

मुख्य अतिथि एवं राजस्थान शासन के मंत्री डा.गर्ग (राष्ट्रीय सह समन्वयक आरजीएससी) विधान सभा, जयपुर से लगातार बिना वीडियो/आडियो आन किये अधिकांश समय जुड़े रहे और चल रहे वेबिनार को उनके माध्यम से बीच में मुख्यमंत्री एवं राजीव गांधी स्टडी सर्कल के चेयरमैन श्री अशोक गहलोत जी ने भी देखा।

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