डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन से वैक्सिनेशन पर भ्रम की स्थिति दूर हुई है। ऐसे में सभी लोगों को इसके प्रति जागरूक होना पड़ेगा। कुलाधिपति के रूप में आनन्दी बेन पटेल भी विश्वविद्यालयों को इसकी प्रेरणा देती रही है। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल वैक्सिनेशन,महिला सशक्तिकरण,योग और पौधरोपण अभियान में सहभागिता हेतु उच्च शिक्षण संस्थानों को सतत प्रेरित कर रही है। उनका कहना है कि विश्वविद्यालयों को शैक्षणिक कार्यों तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। उन्हें सामाजिक अभियानों में भी अपना योगदान सुनिश्चित करना चाहिए। शिक्षक व विद्यार्थी जब किसी सामाजिक अभियान में अपनी भूमिका का निर्वाह करते है तो उसका सकारात्मक प्रभाव होता है। आमजन को इससे प्रेरणा मिलती है। इसके साथ ही विद्यार्थियों में भी सामाजिक दायित्व वोध का जागरण होता है। इस समय दिशा निर्देशों के अनुरूप अनेक अभियानों में सहयोग प्रदान किया जा सकता है। आनंदी बेन ने कहा कि सभी विश्वविद्यालय कोविड टीकाकरण को शीर्ष प्राथमिकता दें। अपने समस्त  स्टाफ तथा उनके परिजनों का टीकाकरण कराये साथ ही निकटवर्ती ग्रामों में टीकाकरण के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर कर उन्हे टीकाकरण हेतु प्रेरित करें। उन्होंने राजभवन से महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली तथा बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बांदा के कुलपतियों को समीक्षा के दौरान निर्देशित किया।

महिला ग्राम प्रधानों को प्रेरणा

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस महिला ग्राम प्रधानों से पूरे आत्मविश्वास से अपने दायित्वों के निर्वाह की अपेक्षा करती है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में महिला प्रधान निर्वाचित हुईं है। अभी तक जो महिलायें केवल घर का काम करती थी अब वे ग्राम प्रधान बनी है। आनन्दी बेन ने इन महिला प्रधानों को विश्वविद्यालय से जोड़ने व प्रशिक्षण देने का आह्वान किया। इस माध्यम से विभिन्न सरकारी योजनाओं की उन्हे जानकारी देनी चाहिए। ग्राम सभा के विभिन्न कार्यों जैसे टीकाकरण,शिक्षा, पोषण,स्वावलंबन, स्वच्छता जैसे कार्यों के लिये प्रेरित करना चाहिए। विश्वविद्यालय अपने महिला अध्ययन केंद्रो के माध्यम से उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था कर सकते है। जिससे वह अपनी ग्राम सभा के प्राथमिक स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रो को सुदृृढ़ कर सकें तथा सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों को अपनी ग्राम सभा में दिला सकें। इसके साथ ही अपनी ग्राम सभा को क्षयरोग एवं कुपोषण मुक्त करने में अपनी सक्रिय भागीदारी निभा सके। उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय महिलाओं को केवल कृषि कार्यों की ही जानकारी देते है, उन्हे कृषि के साथ साथ ग्रामीण विकास के विभिन्न पहलुओं तथा योजनाओं की भी जानकारी दें ताकि वे अपने गांव में उन्हें लागू कर सकें।

योग व वन महोत्सव

इक्कीस जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। इसके अलावा वर्षाकाल में उत्तर प्रदेश सरकार का अभूतपूर्व वन महोत्सव प्रारंभ होना है। राज्यपाल ने कहा कि आगामी वन महोत्सव तथा योग दिवस की तैयारियां अभी से शुरू कर दें ताकि वृक्षारोपण के लिये पौधों की भी व्यवस्था समय से सुनिश्चित हो सके और वृक्षारोपण के लक्ष्य को पूरा किया जा सके इस कार्य हेतु विश्वविद्यालय अपने से सम्बद्ध महाविद्यालय को भी निर्देशित कर दें।

कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय में चल रहे निर्माण कार्यों, शैक्षणिक उपाधियों का समयबद्ध वितरण,नयी शिक्षा नीति अकादमिक सत्र शुरू किये जाने के सम्बंध में विस्तृत चर्चा की तथा निर्देश दिये की सभी कार्य नियमानुसार पारदर्शिता, गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ किये जाय।

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