डा. आशीष तिवारी,
चिकित्सक, लेखक, ब्लॉगर एवं कवि
मुंबई.

 

हाल के दिनों में व्हाट्सएप ने अपनी प्राइवेट पालिसी में कुछ परिवर्तन करने की घोषणा की है जिससे पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है । ऐसी खबरें फैल रही हैं कि इस परिवर्तन के बाद व्हाट्सएप सबकी निजी जानकारियों का व्यवसायिक उपयोग करने लगेगा यह परिवर्तन 8 फरवरी से लागू होगा । यद्यपि व्हाट्सएप ने एक अधिसूचना जारी करके कहा है कि यह परिवर्तन केवल व्यवसायिक गतिविधियों वाले लोगों तक सीमित है पर लोगों में तो आशंकाये पैदा हो चुकी हैं । इस घोषणा के बाद अपनी प्राइवेसी को लेकर चिंतित लोगों में भगदड़ सी मच गयी है और लाखों लोग व्हाट्सएप छोड़कर टेलीग्राम या सिगनल एप की ओर रुख कर रहे हैं । आईये जानते हैं इन तीनो एप्स की खूबियों और कमियों के बारे में ।

व्हाट्सएप एक अमेरिकन कंपनी माउंटेनव्यू द्वारा 2009 में बनाया क्रास प्लेटफार्म मैसेजिंग एप था जिसके मालिक थे ब्रायन एवं जेन। इसे 2014 में फेसबुक ने खरीद लिया । इसमें वाॅयस ओवर आईपी फंक्शन (VOIP) भी है और इससे हम संदेश काॅल और वीडियो काॅल कर सकते हैं । इसके साथ साथ व्हाट्सएप पे और व्हाट्सएप क्रिप्टोकरेंसी भी इसमें जुड़ चुका है । वर्तमान में इसके दुनियाभर में लगभग 200 करोड़ यूजर हैं और आज यह दुनिया का नंबर 1 मैसेजिंग एप हैं ।

2013 में लाॅच किया हुआ टेलीग्राम निकोलाई और पैवेल ने बनाया था। इसमें भी मैसेज,काॅल, वीडियो काॅल जैसी सुविधायें है । आज इसके यूजर करीब 40 करोड़ हैं । 2014 में लाॅच हुआ एक और एप चर्चा में है जिसका नाम सिगनल है और इसकी कंपनी व्हिस्पर सिस्टम के फाउंडर थे माॅक्सी एवं स्टुआर्ट। इस एप के वर्तमान में 1 करोड़ यूजर हैं ।

व्हाट्सएप की अधिकतम मेंबर लिमिट 256 की है । इसमें 8 लोगों को जोड़कर ग्रुप वीडियोकाॅल किया जा सकता है । फोटो वीडियो आदि 16 MB साइज तक भेजे जा सकते हैं । लोकेशन को लाइव शेयर किया जा सकता है । इसमें लोकल और गूगल बैकअप की सुविधा है ।

टेलीग्राम की सदस्य संख्र्या 2 लाख की है । ग्रुप फीचर्स व्हाट्सएप से बेहतर हैं । इसका एक अनोखा फीचर है सेल्फ डिस्ट्रक्टिंग मैसेज जो कि नियत समय पर दूसरे के मोबाईल से डिलीट हो जाता है । फाईल शेयर करने की लिमिट 1.5 GB तक की है ।

सिगनल एप में ग्रुप ब्राडकास्ट नही है । सेल्फ डिस्ट्रक्टिंग मैसेज फीचर है । पर इसमें 150 सदस्य ही जोड़े जा सकते हैं । इसमें आइडेंटिटी को छिपाकर वाॅयस मैसेज भेजा जा सकता है । इसमे 100 MB तक की फाइल्स ही शेयर कर सकते हैं ।

जहाँ तक सुरक्षा की बात है तो बेसिक तीनो एप एंड टू एंड (E2E) एनक्रिप्शन देते हैं पर व्हाट्सअप लोकल या क्लाउड बैकअप को एनक्रिप्शन प्रोटेक्शन नही देता है साथ साथ यह मेटाडाटा (मेटाडाटा डाटा की मूल जानकारियाँ देता है ) का प्रोटेक्शन भी नही करता है जिसके कारण इसका सुरक्षातंत्र कमजोर है । टेलीग्राम में एंड टू एंड एनक्रिप्शन डिफाल्ट नही होता है । इसका चयन करना पड़ता है । टेलीग्राम के ग्रुप फीचर्स में भी यह सुरक्षा नही होती है वहीं सिगनल एप सुरक्षा को लेकर सबसे मजबूत है और यह अकेला एप मेटाडाटा को भी सिक्योर करता है । इसमें सुरक्षा की एक नयी खूबी सील्ड सेंडर है जो कि दो लोगों के बीच की बातचीत को पूरी तरह सुरक्षित करती है । इसमें सिगनल कंपनी भी नही जान पाती कि कौन से दो लोग बात कर रहे हैं और क्या बात कर रहे हैं । सिगनल डिफाल्ट रूप से 4 पिन के पासफ्रेज के संग लोकल फाइल्स को एनक्रिप्ट करके स्टोर करता है ।

अब यह जानते है कि कौन सा एप आपकी क्या जानकारियाँ माँगता है या लेता है ।

व्हाट्सएप:

  • Device ID
  • User ID
  • Advertising Data
  • Purchase History
  • Coarse Location
  • Phone Number
  • Email Address
  • Contacts
  • Product Interaction
  • Crash Data
  • Performance Data
  • Other Diagnostic Data
  • Payment Info
  • Customer Support
  • Product Interaction
  • Other User Content

टेलीग्राम:

  • Contact Info
  • Contacts
  • User ID

सिगनल:

Note. (यह पर्सनल डाटा को एनक्रिप्ट करके फोन में ही स्टोर करता है )

इस तुलनात्मक अध्ययन से यह स्पष्ट है कि सिगनल सबसे सुरक्षित एप है पर अधिकतम सदस्य 150 ही हो सकते हैं साथ साथ 100MB तक की फाइल शेयरिंग हो सकती है । जबकि टेलीग्राम सिगनल से कम सुरक्षित है और अधिकतम सदस्य 2 लाख हैं पर यह 1.5 GB तक की बड़ी फाईल्स शेयर कर सकता है । व्हाट्सअप अब पिछड़ता जा रहा है । सबसे कम सुरक्षित और अधिकतम सदस्य 256 ही और फाइल शेयरिंग भी 16 MB तक ही । अब आप स्वयं तय कर लें कि कौन सा एप आपके लिए बेहतर है ।

डा.आशीष तिवारी
फिजीशियन एवं ब्लाॅगर
एसीएस हेल्थ, मुंबई

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